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प्रादेशिक

छत्तीसगढ़ : कर्ज से तंग किसान ने की खुदकुशी

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रायपुर/अंबिकापुर,छत्तीसगढ़,सरगुजा जिले, किसान ठाकुर राम पिता शिवचरण

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रायपुर/अंबिकापुर | छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक किसान ने कर्ज वसूली से परेशान होकर अपनी जान दे दी। खजुरी निवासी प्रतिष्ठित किसान ने कर्ज व बैंक प्रबंधक की धमकी से तंग आकर खुदकुशी कर ली। यह जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। दरिमा थाना प्रभारी सतीश सोनवानी ने सोमवार को बताया कि एक किसान ने खुदकुशी कर ली है। परिजनों के मुताबिक, किसान कर्ज में डूबा था और बैंक प्रबंधन द्वारा बार-बार दबाव दिए जाने से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है। इसी दृष्टिकोण से मामले की जांच की जा रही है।

खजुरी गांव के प्रतिष्ठित किसान ठाकुर राम पिता शिवचरण (65) के पास लगभग ढाई एकड़ जमीन थी, जिसे उसने कर्रा को-ऑपरेटिव बैंक में गिरवी रखकर 48 हजार रुपये ऋण लिया था। साथ ही बैंक से उधारी में खाद भी खरीदी थी। पिछले तीन साल से ठाकुर राम इन्हीं पैसों से खेती करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहा था, लेकिन समय पर बैंक में लोन जमा नहीं पाने के कारण ठाकुर राम को बैंक प्रबंधक रकम जमा करने दबाव बना रहे थे। इस बीच कर्रा को-आपरेटिव बैंक प्रबंधन ने ठाकुर राम को धमकी भी दी थी कि अगर उसने जल्द ही ऋण की रकम नहीं चुकाई तो उसका घर नीलाम कर दिया जाएगा। इससे सकते में आए ठाकुर राम ने घर नीलाम होने से पहले मौत को गले लगाना बेहतर समझा।

ठाकुर राम का शव गांव से करीब एक किमी दूर भेलवा गांव के जंगल में रविवार की शाम पेड़ पर लटकी मिली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है। किसान के कर्ज के बोझ के चलते खुदकुशी करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए अंबिकापुर के एसडीएम अजीत बसंत ने गांव जाकर जानकारी ली। जिले में भूख से बच्चे की मौत के बाद कर्ज से परेशान किसान की आत्महत्या ने सरगुजा जिले को फिर से राजनितिक सुर्खियों में ला दिया है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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