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बिजनेस

लाइकॉस का शुद्ध लाभ 342 करोड़ रुपये

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हैदराबाद,प्रमुख इंटरनेट ब्रांड लाइकॉस,शुद्ध लाभ,डिजिटल कारोबार

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हैदराबाद | प्रमुख इंटरनेट ब्रांड लाइकॉस ने 2014-15 में 342.22 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो एक साल पहले 220.96 करोड़ रुपये रही थी। हैदराबाद की कंपनी ने कहा कि इस दौरान उसकी कुल आय 1,957 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 1,673 करोड़ रुपये थी।

कंपनी की कुल आय जहां करीब 16.95 फीसदी बढ़ी, वहीं डिजिटल कारोबार की कुल आय 22.88 फीसदी बढ़ी। लाइकॉस के अध्यक्ष सुरेश रेड्डी ने एक बयान में कहा, “हमारी टीम ने बेहतर आय के लिए बेहतरीन काम किया और प्रासंगिक प्रौद्योगिकी को बेहतर अवसरों के साथ जोड़ा।” कंपनी ने कहा कि उपभोक्ता इंटरनेट उत्पादों पर केंद्रित उसकी एक नई इकाई लाइकॉस लाइफ अगले महीने एक उत्पाद लांच करने की तैयारी कर रही है। यह इकाई संचार और सूचना प्रबंधन के भविष्य पर केंद्रित है, जिसके तहत रोजमर्रा की वस्तुओं को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा, जिसे ‘इंटरनेट ऑफ थिंग्स’ कहा जा रहा है।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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