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खेल-कूद

रियो ओलम्पिक के लिए बिंद्रा ने क्वालीफाई किया

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म्यूनिख। ओलम्पिक में भारत को एकमात्र व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण दिलाने वाले स्टार निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने गुरुवार को रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया। अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप (राइफल/पिस्टल) की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में छठा स्थान हासिल करने के साथ ही बिंद्रा ने रियो ओलम्पिक के लिए भारतीय उम्मीदवार के चौथे रिक्त खिलाड़ी के स्थान की भरपाई कर दी।

बिंद्रा ने एक दिन पहले हुए क्वालीफाइंग दौर में 627.5 स्कोर के साथ फाइनल्स में प्रवेश किया। फाइनल्स में बिंद्रा एक समय आठ प्रतिभागियों के बीच शीर्ष पर चल रहे थे, लेकिन अंतत: उन्हें छठे स्थान से संतोष करना पड़ा। स्पर्धा का स्वर्ण चीन के झू किनान ने 206 के स्कोर के साथ हासिल किया। रूस के व्लादिमिर मास्लेनिकोव दूसरे, जबकि युक्रेन के ओलेह तसारकोव ने तीसरे स्थान के साथ कांस्य पदक हासिल किया।

रियो ओलम्पिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में तीन रिक्त स्थान थे और चीन के झू किनान तथा चीन के ही यांग होरान पहले ही अपनी जगह पक्की कर चुके थे। इस तरह बचे एक रिक्त स्थान के लिए रजत पदक विजेता मास्लेनिकोव जगह नहीं बना पाए, क्योंकि रूस से दो रिक्त स्थानों पर पहले ही दो खिलाड़ी क्वलीफाई कर चुके हैं। इस तरह फाइनल्स में मौजूदा ओलम्पिक चैम्पियन एलिन जॉर्ज के बाहर होते ही बिंद्रा ने युक्रेन के तसारकोव और रूस के प्लेटिकोसिक के साथ रियो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लिया।

भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रणिंदर सिंह ने कहा, “हमें बिंद्रा के देर-सबेर ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर लेने का पूरा भरोसा था। वह यूं ही ओलम्पिक चैम्पियन नहीं रहा।” बिंद्रा से पहले भारत की ओर से रियो ओलम्पिक के लिए जीतू राय, गगन नारंग और अपूर्वी चंदेला पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं।

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में टूटा ऑस्ट्रेलिया का घमंड, भारत ने 295 रनों से दी मात

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पर्थ। भारतीय क्रिकेट टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाते हुए नया कीर्तिमान रच दिया है। टीम इंडिया ने पर्थ में 16 साल बाद पहला टेस्ट मैच जीता है। इससे पहले भारत ने साल 2008 में कुंबले की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। हालांकि यह मैच पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में खेला गया। पहली पारी में 150 रन बनाने वाली टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में सिर्फ 104 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 487/6 रन के स्कोर पर घोषित करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।

इस पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 238 रनों के स्कोर पर ढेर हो गई। इस तरह टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 295 रनों से हराकर बड़ा इतिहास रच दिया। ध्यान देने वाली बात यह है कि टीम इंडिया में न तो रोहित शर्मा थे, न ही शुभमन गिल, न ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन और न ही मोहम्मद शमी थे। इसके बावजूद टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 161 रन और विराट कोहली ने नाबाद शतकीय पारी खेली। दूसरी पारी में केेल राहुल ने भी 77 रनों की अहम पारी खेली। पहली पारी में टीम इंडिया 150 रनों पर सिमट गई थी पर भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का कमबैक करते हुए पूरी ऑस्ट्रेलिया टीम को घुटनों पर ला दिया। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन ही बना पाई। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का कमबैक करते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 6 विकेट के नुकसान पर 487 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जिससे ऑस्ट्रेलिया को 534 रनो का टारगेट मिला। लेकिन चौथे दिन भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हरा दिया।

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