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प्रादेशिक

स्थापना दिवस के मौके पर तेलंगाना में जश्न का माहौल

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telangana foundation day celebration

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हैदराबाद। तेलंगाना में मंगलवार को स्थापना दिवस की पहली वर्षगांठ उत्साह के साथ मनाई जा रही है। हैदराबाद और राज्य के नौ अन्य जिलों में रंगारंग त्यौहार जैसा माहौल है। देश के 29वें राज्य के रूप में दो जून 2014 को तेलंगाना का गठन हुआ था। इससे पहले तेलंगाना के 10 जिले आंध्र प्रदेश का हिस्सा थे।

राज्य के स्थापना दिवस के उत्साह में सप्ताह भर चलने वाले जश्न का आरंभ दो जून की शुरुआत यानी रात्रि 12 बजे हैदराबाद में 12 चयनित स्थानों पर पटाखों की रौशनी के साथ हुई। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मंगलवार सुबह विधानसभा भवन के पास गन पार्क में तेलंगाना के शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर औपचारिक रूप से तेलंगाना स्थापना दिवस के जश्न का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में राष्ट्रध्वज फहराया और मुख्य समारोह में रंगारंग परेड का अवलोकन किया और सलामी ली।

तेलंगाना विधानसभा उपाध्यक्ष पद्म देवेंद्र रेड्डी ने विधानसभा में राष्ट्रध्वज फहराया। वहीं विधान परिषद के अध्यक्ष के. स्वामि गौड़ ने परिषद परिसर में राष्ट्रध्वज फहराया। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) पार्टी के मुख्यालय तेलंगाना भवन पर भी कार्यक्रम आयोजित किया गया। तेलंगाना के गृह मंत्री एवं वरिष्ठ टीआरएस नेता एन. नरसिम्हा रेड्डी ने पार्टी का ध्वज फहराया। टीआरएस सरकार ने राज्य में एक साल का कार्यकाल पूरा होने के अवसर पर भी राज्य की समृद्ध संस्कृति और सरकार की एक साल की उपलब्धि को दर्शाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए।

राजधानी हैदराबाद के अलावा राज्य के सभी नौ जिलों के मुख्यालयों पर भी स्थापना दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। मंत्रियों ने विभिन्न स्थानों पर राष्ट्रध्वज फहराया और रंगारंग समारोहों का अवलोकन किया। राज्य स्थापना दिवस पर कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालयों में भी जश्न मनाया गया।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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