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खेल-कूद

रोसू टेस्ट : वोग्स का शतक, आस्ट्रेलिया जीत की ओर

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रोसू (डोमिनिका) | अपना पहला टेस्ट खेल रहे एडम वोग्स (130) के शानदार शतक की बदौलत आस्ट्रेलिया ने विंडसर पार्क मैदान पर वेस्टइंडीज के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। मेहमान टीम को पहली पारी के आधार पर 170 रनों की बढ़त मिली थी। उसने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम को पहली पारी में 148 रनों पर समेटा और फिर अपनी पहली पारी में 308 रन बनाए।

दिन का खेल खत्म होने तक वेस्टइंडीज ने अपनी दूसरी पारी में 25 रनों पर दो विकेट गंवा दिए थे। डारेन ब्रावो तीन और शेन डोवरिच एक रन बनाकर नाबाद लौटे। मेजबान टीम ने क्रेग ब्राथवेट (15) और साइ होप (2) के विकेट गंवाए हैं। मिशेल जानसन और मिशेल स्टार्क ने एक-एक विकेट लिया है। आस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को पहली पारी में 148 रनों पर समेटने के बाद पहले दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट पर 85 रन बना लिए थे। स्टीवन स्मिथ 17 और वोग्स 20 रनों पर नाबाद लौटे थे। स्मिथ 25 के निजी योग पर आउट हुए लेकिन वोग्स ने अपनी पारी जारी रखी और 187 गेंदों पर नौ चौकों और एक छक्के की मदद से अपने करियर का पहला शतक लगाया।

आस्ट्रेलिया की ओर से मिशेल जानसन ने 20, नाथन लॉयन ने 22 और जोस हाजलेवुड ने 39 रनों की कीमती पारी खेली। वोग्स ने 247 गेंदों का सामना कर 13 चौके और एक छक्का लगाया जबकि हाजलेवुड ने 87 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का जड़ा। लायन और हाजलेवुड ने 10वें विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी की। वेस्टइंडीज की ओर से देवेंद्र बीशू ने 80 रन देकर छह विकेट हासिल किए। बीशू की यह करियर की अब तक की श्रेष्ठ गेंदबाजी है। दिन वोग्स ने विंडसर पार्क मैदान पर वेस्टइंडीज के साथ जारी पहले टेस्ट के दूसरे दिन 130 रनों की पारी खेली। यह वोग्स का पदार्पण टेस्ट है। वह पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं।

वोग्स ने बीशू की उम्दा गेंदबाजी के बीच शतक पूरा किया। वह पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले सबेसे उम्रदराज और आस्ट्रेलिया के 20वें बल्लेबाज बने। पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले वोग्स विश्व के 99वें बल्लेबाज हैं। उन की उम्र 35 साल 242 है। इससे पहले पदार्पण टेस्ट में सबसे अधिक उम्र में शतक लगाने का रिकार्ड जिम्बाब्वे के डेव हॉटन (35 साल 117 दिन) के नाम था। हॉटन ने 1992 में भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था। अब तक कुल 100 मौकों पर बल्लेबाजों ने पदार्पण टेस्ट में शतक लगाया है। पाकिस्तान के यासिर हमीद ने 2003 में अपने करियर के पहले और दूसरे टेस्ट में शतक लगाया था। ऐसा करने वाले पहले विश्व के एकमात्र बल्लेबाज हैं।

यासिर के दो शतकों को जोड़ दिया जाए तो अब तक 100 मौकों पर बल्लेबाजों ने पदार्पण टेस्ट में शतक लगाए हैं। पदार्पण टेस्ट में सबसे पहला शतक लगाने का कीर्तिमान आस्ट्रेलिया के सी. बैनरमैन ने रचा था। बैनरमैन ने 1877 में इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न में 165 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इसी तरह पदार्पण टेस्ट में सबसे बड़ी खेलने का रिकार्ड इंग्लैंड के आरई फोस्टर के नाम है। फोस्टर ने 1903 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 287 रन बनाए थे। पदार्पण टेस्ट में भारत के लिए पहला शतक लाला अमरनाथ ने लगाया था। लाला ने 1933 में इंग्लैंड के खिलाफ मुम्बई में 118 रनों की पारी खेली थी।

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खेल-कूद

HAPPY BIRTHDAY KING KOHLI : भारतीय क्रिकेट टीम के किंग विराट कोहली आज मना रहे हैं अपना 36वां जन्मदिन

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नई दिल्ली। भारतीय टीम के स्‍टार बल्‍लेबाज विराट कोहली का आज 36वां जन्मदिन हैं। एक साल से कोहली काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं। हालिया न्‍यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में इस रन मशीन को एक-एक रन के लिए जूझते हुए देखा गया। कोहली ने अब से ठीक एक साल पहले अपने 35वें जन्मदिन पर रिकॉर्ड की बराबरी करने वाला 49वां वनडे शतक बनाया और उसके कुछ दिन बाद ही 50वां वनडे शतक जड़ महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ डाला।

कहां से मिली कोहली को असली पहचान?

विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में हुआ. वह दिल्ली के उत्तम नगर में पले-बढ़े. बताया जाता है कि सिर्फ 9 साल की उम्र में ही कोहली ने क्रिकेट को अपना लिया था. इसके बाद उन्होंने अपने बचपन के कोच राजकुमार शर्मा से क्रिकेट की बारीकियां सीखीं.

कोहली ने क्रिकेट में धीरे-धीरे कमाल करना शुरू किया. उन्होंने एज ग्रुप क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट की तरफ कदम बढ़ाया. 2006 में कोहली ने करियर का पहला फर्स्ट क्लास मैच दिल्ली के लिए खेला. इसी दौरान कोहली के पिता प्रेम कोहली का निधन हुआ. पिता के निधन के बावजूद कोहली कर्नाटक के खिलाफ खेल रहे मैच में बैटिंग करने के लिए गए और उन्होंने 90 रनों की पारी भी खेली. यहां से कोहली को कुछ पहचान मिली.

 

 

 

 

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