प्रादेशिक
छत्तीसगढ़ : भाजपा के लाखों मिस्ड कॉल सदस्यों का अता-पता नहीं
रायपुर | छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मिस्ड कॉल सदस्यों में से ज्यादातर ‘मिसिंग’ बताए जा रहे हैं। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने के लिए भाजपा ने मिस्ड कॉल से सदस्य बनाने का जो फामूर्ला निकाला था, वह अब पार्टी पदाधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। भाजपा प्रदेश संगठन ने छत्तीसगढ़ में मिस्ड कॉल के माध्यम से 40 लाख सदस्य बनाए हैं। इन सदस्यों को एसएमएस के माध्यम से अपना पता और पिन नंबर देना था, लेकिन 50 फीसदी सदस्यों ने अब तक एसएमएस ही नहीं किया। बताया जा रहा है कि अब केंद्रीय संगठन ने प्रदेश संगठन को नंबरों की एक सूची थमा दी है, जिनसे अब संपर्क करना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर हो गया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सूची में नाम के आगे सिर्फ शहर का नाम लिखा गया है, जिससे उन्हें खोजना लगभग असंभव माना जा रहा है। वहीं, महासंपर्क अभियान से जुड़े पदाधिकारी खुद इन्हें ‘लापता सदस्य’ कह रहे हैं। इसके बाद से सदस्यता अभियान पर ही सवाल उठने लगे हैं। छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि सूबे में भाजपा के नए सदस्यों से संपर्क का अभियान शुरू किया गया है। डिजिटल टोली के माध्यम से प्रदेशभर में यह अभियान चल रहा है। पहले चरण में कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जिसमें सभी सदस्यों से संपर्क करने की रणनीति पर विचार किया गया। केंद्रीय संगठन से जितने भी सदस्यों की सूची दी गई है, उन सबसे संपर्क करने की कोशिश की जाएगी। राज्य में भाजपा के महासंपर्क अभियान में जुटे पदाधिकारियों ने जब मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की तो अधिकांश नंबर या तो बंद मिले, या फिर किसी प्रकार का कोई जवाब नहीं मिला।
सबसे रोचक तो यह था कि मोबाइल पर संपर्क करने वाले पदाधिकारियों को कई लोगों ने यह कहा कि उनके मोबाइल से ‘जबरदस्ती’ मिस्ड कॉल कर दिया गया। वे पार्टी का सदस्य नहीं बनना चाहते थे, लेकिन सदस्यता अभियान में जुड़े सदस्यों ने जबरन मिस्ड कॉल कराया। भाजपा ने सदस्यता के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए गांव की गलियों से लेकर शहर में मॉल, बाजार, पार्क, बस स्टैंड, आफिस यहां तक कि चावड़ी में भी मजदूरों को सदस्य बनाया है। अब यही अभियान उनके लिए भारी पड़ता जा रहा है। छत्तीसगढ़ में मोबाइल से मिस्ड कॉल देने वालों को जिलों के आधार पर सूची मिली है। रायपुर में महासंपर्क अभियान के प्रभारी छगन मूंदड़ा ने बताया कि रायपुर में अविभाजित रायपुर की सूची आ गई है। इसमें बलौदाबाजार, गरियाबंद, सरायपाली तक के सदस्यों की सूची मिल गई है। जब उन सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अपना पता बाहर का बताया।
बताया जा रहा है कि प्रदेश में 20 फीसदी सदस्यों ने एसएमएस में पता के स्थान पर जिले का नाम लिखकर भेज दिया है। इससे अब उन्हें खोजने में दिक्कत हो रही है। रायपुर शहर को 16 मंडलों में बांटा गया है। आईटी सेल से जानकारी मिलने के बाद इन मंडलों के पदाधिकारी नए सदस्यों से संपर्क करेंगे और उनके पते दर्ज किए जाएंगे। मिस्ड काल से सदस्य बनने वालों को खोजने की जिम्मेदारी भाजपा संगठन ने आईटी सेल को सौंपी है। आईटी सेल के पदाधिकारी हर जिले में तीन से चार सदस्यों की टीम बनाकर उन सदस्यों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने एसएमएस में अपना पता नहीं दिया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पदाधिकारी राजधानी रायपुर में एक-दो दिन में आईटी सेल सक्रिय होकर नए सदस्यों से संपर्क शुरू करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि नए सदस्यों को खोजने के लिए प्रदेश संगठन ने कुछ प्रोफेशनल्स को भी अपने साथ जोड़ा है। अब मोबाइल कंपनियों से भी संपर्क कर उपभोक्ताओं का पता खोजा जा रहा है। बहरहाल, मिस्ड कॉल से बनने वाले भाजपा सदस्यों की ‘मिसिंग’ का मामला सूबे में चर्चा का विषय बनता जा रहा है।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
-
लाइफ स्टाइल11 hours ago
साइलेंट किलर है हाई कोलेस्ट्रॉल की बीमारी, इन लक्षणों से होती है पहचान
-
नेशनल3 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
-
ऑफ़बीट3 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
नेशनल3 days ago
संजय राउत को महाराष्ट्र के नतीजे मंजूर नहीं, कहा- ये कैसा लोकतंत्र है, प्रदेश की जनता के साथ हुई बेईमानी
-
नेशनल3 days ago
महाराष्ट्र के रुझानों में महायुति को प्रचंड बहुमत, MVA को तगड़ा झटका
-
खेल-कूद3 days ago
IND VS AUS : दूसरी पारी में मजबूत स्थिति में भारत, केएल राहुल और यशस्वी ने जड़ा अर्धशतक
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार