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प्रादेशिक

पंजाब के चिड़ियाघर में जानवरों के ठाठ

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छतबीड़ (पंजाब)| उत्तर भारत के सबसे बड़े चिड़ियाघरों में शुमार छतबीड़ के महेंद्र चौधरी जूलॉजिकल पार्क में इस चिलचिलाती गर्मी में पशु-पक्षियों के अलग ही ठाठ देखने को मिलेंगे। पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचने से यहां उनके लिए बर्फ की सिल्लियों, कूलर और विशेष फव्वारों का इंतजाम किया गया है।

चिड़ियाघर के अधिकारी इसमें शेर पर नियमित रूप से ठंडे पानी की फुहारें बरसा रहे हैं। वहीं, भालुओं व हिमालयी काले भालुओं को ठंडक पहुंचाने के लिए बर्फ उपलब्ध कराई जा रही है।

हाथी और दरियाई घोड़े जैसे विशालकाय स्तनपायी पशुओं के लिए उनके बाड़ों में जलकुंड की व्यवस्था की गई है। उनके लिए विशेष रूप से फव्वारे लगाए गए हैं।

चिड़ियाघर फील्ड निदेशक मनीष कुमार ने आईएएनएस को बताया, “साल के इस वक्त जब पारा चढ़ा हुआ है, तो जानवरों के खाने-पीने, साफ-सफाई और उन्हें चिलचिलाती गर्मी से बचाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।”

उन्होंने बताया कि पशुओं को झुलसाने वाली लू से बचाने के लिए उनके पिंजरों एवं बाड़ों को जूट की बोरियों से ढंका गया है। उन पर पानी की फुहारें बरसाई जा रही हैं। इसके अलावा उनकी सहूलियत के लिए कूलर लगाए गए हैं।

फील्ड निदेशक ने कहा, “हम उनके व्यवहार पर नियमित रूप से नजर रख रहे हैं। मांसाहारी एवं सर्वाहारी दोनों पशुओं को उच्च ग्लूकोज वाला विशेष आहार दिया जा रहा है।”

हाथी, बंदर और छोटी पूंछ वाले बंदर जैसे शाकाहारी जानवरों में तरबूज, पपीता और खीरे की खपत बढ़ गई है।

गर्मी से राहत दिलाने के लिए तीतर और पक्षियों की अन्य प्रजातियों पर पानी की बौछारें की जा रही हैं।

चिड़ियाघर की देखरेख करने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि गजराज और दरियाई घोड़ों को गर्मी से बचाने के लिए उनके अहातों में कीचड़ वाले तालाब बनाए गए हैं।

उन्हें रोजाना खाने के लिए 10 किलोग्राम तरबूज, ढेर सारे केले और भीगे काले चने दिए जा रहे हैं।

हिमालयी भालू बर्फ की सिल्लियों पर आराम फरमाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। उनके बाड़ों में कूलर भी लगाए गए हैं।

तेंदुए और चीतों की भी विशेष खातिरदारी की जा रही है।

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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