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प्रादेशिक

तेलंगाना में ट्रकों की हड़ताल, माल ढुलाई प्रभावित

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हैदराबाद | ट्रक संचालकों के बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने के कारण बुधवार को तेलंगाना में 3.5 लाख से अधिक ट्रकों का परिचालन ठप्प हो गया। इसके कारण माल ढुलाई प्रभावित हुई है। ट्रकों की हड़ताल से हैदराबाद और तेलंगाना के अन्य नौ जिलों में सब्जियों तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति प्रभावित हुई है।

ट्रकों की हड़ताल मंगलवार मध्यरात्रि से शुरू हुई। चालकों ने ट्रक जगह-जगह खड़े कर दिए हैं, जिससे हैदराबाद और राज्य के अन्य हिस्सों में तथा आंध्र प्रदेश के सीमावर्ती इलाके में सब्जियों के दाम अचानक बढ़ गए हैं। तेलंगाना ट्रक मालिक संघ (टीएलओए) ने अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर सरकार से वार्ता विफल होने के बाद हड़ताल का आह्वान किया। हालांकि दूध, ईंधन तथा पानी की आपूर्ति को अगले दो दिनों के लिए हड़ताल से अलग रखा गया है। ट्रक मालिक आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद करों में कटौती की मांग कर रहे हैं। वे दोनों राज्यों (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) के बीच चलने वाले वाहनों के लिए एक निश्चित कर कर के भुगतान का समझौता करने की मांग भी कर रहे हैं।

टीएलओए के अध्यक्ष एन. भास्कर रेड्डी ने कहा कि 23 जिलों में वाहनों के परिवहन के लिए 7,000 रुपये का तिमाही कर उस समय से बना हुआ है जब आंध्र प्रदेश का विभाजन नहीं हुआ था। राज्य के विभाजन के बाद अब तेलंगाना सरकार को कर की यह राशि घटानी चाहिए। ट्रक मालिकों की एक बड़ी मांग दोनों राज्यों के बीच काउंटर सिगनेचर परमिट को लेकर समझौता भी है। यह एक वार्षिक परमिट है। इसे दोनों राज्यों के बीच वाहनों के परिचालन के लिए एक निश्चित कर भुगतान करने पर दिया जाता है। तेलंगाना आंध्र प्रदेश में चलने वाले तेलंगाना के ट्रकों पर 1,400 रुपये शुल्क लगाता है। ट्रक चालकों का कहना है कि इससे उन पर वित्तीय बोझ बढ़ता है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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