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प्रादेशिक

जयललिता ने विधायक के रूप में शपथ ली

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चेन्नई | तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता ने शनिवार को विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। उन्होंने राधाकृष्णन नगर निर्वाचन क्षेत्र में हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की है। सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, जयललिता ने विधानसभा अध्यक्ष पी.धनपाल के चैंबर में शपथ ली।

जयललिता ने भारी अंतर से चुनाव में जीत दर्ज की, जबकि अधिकांश विपक्षी दलों जैसे द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), देसीय मूरपोक्कू द्रविड़ कड़गम (डीएमडीके) तथा अन्य ने विभिन्न बहानों से चुनाव का बहिष्कार किया था। जयललिता को उपचुनाव में कुल 160,432 मत मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के सी.महेंद्रन को मात्र 9,710 मत ही मिले। जयललिता ने रिकॉर्ड 150,722 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। राधाकृष्णन नगर सीट ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायक पी.वेत्रीवेल के इस्तीफे के बाद खाली हुई है, जिन्होंने विधानसभा में जयललिता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए इस्तीफा दिया।

उल्लेखनीय है कि साल 2011 में हुए विधानसभा चुनाव में जयललिता श्रीरंगम सीट से विधायक चुनी गई थीं, जिसके बाद वह मुख्यमंत्री बनी थीं। लेकिन बेंगलुरू की निचली अदालत के फैसले के कारण उन्हें न सिर्फ वह सीट, बल्कि मुख्यमंत्री पद भी छोड़ना पड़ा था। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उनकी अपील पर सुनवाई की और उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया। इसके बाद जयललिता एक बार फिर मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुईं, लेकिन उन्हें छह महीने के भीतर विधासभा से निर्वाचित होना था। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक सरकार ने उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में अपील की है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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