प्रादेशिक
यादव बिरादरी के सिपाहियों को बचा रहे अखिलेश : मायावती
लखनऊ | उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में महिला को थाने में जलाने के मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। मायावती ने सीधे तौर पर जातिवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि मामले को रफा-दफा कर यादव पुलिसवालों को बचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उप्र में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। सपा-भाजपा दोनों मिले हुए हैं इसीलिए विधानसभा चुनाव में फायदे के लिए ये लोग दंगा करा सकते हैं।
मायावती ने व्यापमं घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा दे देना चाहिए और घोटाले की सीबीआई जांच करानी चाहिए।”
इसके अलावा बसपा प्रमुख ने कहा कि ईडी की जांच झेल रहे ललित मोदी को मदद देने से भाजपा का चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस में कोई अंतर नहीं है।
आजमगढ़ में 11 जुलाई को होने वाले दलित सम्मेलन को लेकर मायावती ने कहा कि सरकार के पास दलितों को देने के लिए कुछ भी नहीं है। तभी तो कैबिनेट में डिमोशन का बिल लाने पर विचार होने में तनिक भी देर नहीं लगी। बावजूद इसके सपा दलित सम्मेलन करने जा रही है। इसे सफल बनाने में सपा को यादवों को ही दलित बनाकर बिठाना होगा।
उन्होंने कहा कि उप्र समेत जिन भी राज्यों में चुनाव होने वाले हैं वहां पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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