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भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता देने की मांग

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भोजपुरी, संवैधानिक मान्यता, संविधान की आठवीं अनुसूची, मारीशस के भारत में नवनियुक्त उच्चायुक्त जगदीश्वर गोवर्धन

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नई दिल्‍ली। भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग एक बार फिर बहुत जोर-शोर से उठाई गई। अवसर था इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में भोजपुरी समाज दिल्‍ली द्वारा आयोजित मारीशस के भारत में नवनियुक्‍त उच्‍चायुक्‍त जगदीश्‍वर गोवर्धन के अभिनंदन समारोह का। पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री एवं राज्‍यपाल डॉं. भीष्‍मनारायण सिंह की अध्‍यक्षता तथा सांसद जगदम्बिका पाल, अर्जुन मेघवाल, आर. के. सिन्‍हा, मनोज तिवारी, विधायक आदर्श शास्‍त्री व सीआईएसएफ के पूर्व डी.जी. के.एम. सिन्‍हा की उपस्थिति में सम्‍पन्‍न इस कार्यक्रम में भोजपुरी की संवैधानिक मान्‍यता के मुद्दे पर खूब खुलकर बातें हुईं तथा सरकार से इस मुद्दे पर जल्‍द से जल्‍द अपेक्षित कार्रवाई की जाने की मांग की गई। इस अवसर पर भोजपुरी समाज की स्‍मारिका का विमोचन भी किया गया।

भोजपुरी समाज दिल्‍ली के अध्‍यक्ष अजीत दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि जगदीश्‍वर गोवर्धन की भारत में उच्‍चायुक्‍त के रूप में नियुक्ति से भारत मॉरीशस के संबंधो में और प्रगाढ़ता आएगी। हमारे लिए यह गौरव की बात है कि मॉरीशस सरकार ने मॉरीशस में भोजपुरी को संवैधानिक मान्‍यता प्रदान कर रखी है। भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के प्रश्‍न पर उन्होंने पिछली यूपीए सरकार पर वादा-खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उस सरकार ने देश-विदेश के 20 करोड़ भोजपुरी भाषियों को केवल कोरा आश्‍वसन ही दिया । अब चूंकि देश में ऐसी सरकार बनी है जो भारतीय भाषाओं की पक्षधर है, तो हमें पूरी उम्‍मी द है सरकार भोजपुरी को संवैधानिक मान्‍यता प्रदान करेगी । उन्‍होंने यह जानकारी भी दी कि आज ही सांसदों का एक प्रतिनिधि मंडल इस संबंध में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी जी से भी मिला है और भोजपुरी, राजस्‍थानी व भोटी भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने का अनुरोध करते हुए ज्ञापन सौंपा है । उन्‍होंने सांसदों से अपनी भाषा के सम्‍मान के इस मुद्दे को अपनी प्राथमिकताओं में रखने की अपील करते हुए उनसे संसद में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की मांग की।

इस अवसर पर मारीशस के उच्‍चायुक्‍त गदीश्‍वर गोवर्धन ने कहा कि मारीशस को मिनी भारत कहा जाता है और हमारी भाषा, संस्‍कृतिधर्म, परंपरा , पर्व आदि में पूरी तरह से भारतीयता का रंग मौजूद है। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की कि भोजपुरी को भारत में भी संवैधानिक मान्‍यता प्राप्‍त होगी। सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि हम भोजपुरी की संवैधानिक मान्‍यता के लिए कोई कोर कसर नहीं छोडेंगे और लगातार प्रयास जारी है। सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अपनी भाषा के प्रति संजीदा न होना ही भोजपुरी की संवैधानिक मान्‍यता की राह की असली रूकावट है और अगर हम ठान लें तो कोई शक्ति भोजपुरी को रोक नहीं सकती। आज न कल भोजपुरी संविधान की आठवीं अनुसूची में अवश्‍य शामिल होगी ।

कार्यक्रम का संचालन समाज के वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष प्रभुनाथ पाण्‍डेय ने किया। इस अवसर पर समाज के वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष गरीबदास, महामंत्री एल.एस.प्रसाद, संयोजक विनयमणि त्रिपाठी, जगद्गुरु कृपालु परिषत के प्रतिनिधि चार्टर्ड अकाउंटेंट राम पुरी , देशबंधु के वरिष्‍ठ सलाहकार अरूण कुमार सिंह आदि सहित अनेक कवि, लेखक, वकील, अध्‍यापक, समाजसेवी, पत्रकार व अन्‍य बुद्धिजीवी उपस्थित थे ।

 

आध्यात्म

महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन, सीएम योगी ने दी बधाई

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लखनऊ ।लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. आज नदी किनारे बने हुए छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना करती हैं. व्रती पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना करती हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री ने भी दी बधाई।

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