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बिजनेस

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पेमेक्स के साथ समझौता किया

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न्यूयार्क| मैक्सिको की सरकारी तेल कंपनी पेमेक्स ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत दोनों कंपनी हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में अपने अनुभव और प्रौद्योगिकी की साझेदारी करेंगी। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्टों से मिली। विभिन्न रिपोर्टों के मुताबिक पेमेक्स भारत के साथ सहयोगात्म संबंध बढ़ाना चाहती है। पहले भी इसी तरह का एक समझौता भारत की सरकारी कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) की विदेश शाखा के साथ किया गया था।

समाचार पत्र फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक, “समझौते पर पेमेक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एमिलियो लोजोया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के (कार्यकारी) निदेशक पी.एम.एस. प्रसाद ने किया। समझौते में यह भी उल्लेख किया गया है कि दोनों कंपनियां हाइड्रोकार्बन श्रंखला के विभिन्न क्षेत्रों में कारोबारी अवसरों की मिलकर तलाश करेंगी।”

समझौते के तहत दोनों कंपनियां अन्य टिकाऊ गतिविधियों और सामाजिक जवाबदेही की योजनाओं को भी मिलकर बढ़ावा देंगी और उस क्षेत्र में भी अपनी जानकारी और सूचनाओं का आदान प्रदान करेंगी।

मैक्सिको अपने तेल क्षेत्र को खोलना चाहता है और पेमेक्स ने हाल के दिनों में कई सहयोग समझौते की हैं। मैक्सिको तेल क्षेत्र की पहली नीलामी अगले साल करेगा।

प्रादेशिक

एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन

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मुंबई। एस्सार ग्रुप के सह-संस्‍थापक शशि रुइया का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। रुइया के पार्थिव शरीर को प्रार्थना और श्रद्धांजलि के लिए वालकेश्वर के बाणगंगा में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार यात्रा रुइया हाउस से शाम 4 बजे हिंदू वर्ली श्मशान के लिए निकलेगी।

शशि रुइया ने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार की स्थापना की थी। वह करीब एक महीने पहले अमेरिका से इलाज करा लौटे थे। मंगलवार को दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम चार बजे रुइया हाउस से शवयात्रा हिंदू वर्ली श्मशान घाट के लिए रवाना होगी।

उद्योगपति शशि रुइया ने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में 1965 में अपने व्यावसायिक दुनिया में कदम रखा। उन्होंने अपने भाई रवि के साथ मिलकर 1969 में चेन्नई बंदरगाह पर एक बाहरी ब्रेकवाटर का निर्माण कर एस्सार की नींव रखी। इसके बाद एस्सार ग्रुप ने इस्पात, तेल रिफाइनरी, अन्वेषण और उत्पादन, दूरसंचार, बिजली और निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में विस्तार किया।

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