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प्रादेशिक

कलाम व्यक्ति नहीं एक सोच है-सोढा

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लखनऊ। मिशाइल मैन के नाम से दुनिया में विख्यात पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय अब्दुल कलाम के जन्मदिवस के एक दिन पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के एजुकेशन विभाग ने  Kalam’s Dream for 2020 सेमीनार का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कलाम के जीवन और उनकी सोच के बारे में चर्चा की गई।इस मौके पर कई हस्तियों ने शिरकत करते हुए अपने वक्तव्य रखे। सेमीनार में पदमश्री के खिताब से नवाज़े जा चुके प्रोफ़ेसर एम एस सोढा ने कलाम साहब के बारे में कई बातें बताई। सोढा ने कहा की कलाम साहब कहा करते थे की रात को देखे गए स्वप्न को दिन में पूरा करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा की व्यक्ति के लिए किसी उपलब्धि के लिए विख्यात होना बड़ी बात है। और कलाम तो पूरी दुनिया में मिशाइल मैन के नाम से प्रशिद्ध थे। हालांकि कलाम साहब के विजन 2020  क्रियान्वन में अब कुछ कमी जरूर हो रही है जिसे पूरा करना चाहिए।

सेमीनार में समाज़वादी पार्टी की माइनॉरिटी विंग के चेयरमैन डॉ फ़िदा हुसैन अंसारी ने कहा की अगर सही सोच और पढने की लगन है तो हम ऊँचे से ऊँचा मुकाम हासिल कर सकते है।अब्दुल कलाम साहब हमारे आदर्श हैं।कलाम जैसे बहुत कम लोग ही पैदा हुए हैं जो बच्चों के दिलों पर राज़ करते हैं।

वहीं आर एस एस के प्रचारक महिराज ध्वज सिंह ने कहा की कलाम हमारे देश के रत्न थे।कलाम साहब अपनी सेलरी और पेंशन बच्चों पर खर्च कर देते थे।कलाम बचपन से ही प्रतिभाशाली थे।उनके जीवन में निराशा भी आई आत्महत्या तक की सोच मन में उपजी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनका जीवन बहुत सादगी भरा था राष्ट्रपति होते हुए भी वो बहुत ही शालीनता से रहते थे।वो सेकुलर मुसलमान नहीं सच्चे मुसलमान थे।मिशाइल के प्रयोग के समय लखनऊ के कई छोटी सोच वाले उनके लिए बददुआ कर रहे थे।कलाम साहब भारत का सूर्योदय थे।अगर हमें देश को ऊपर लेकर जाना है तो कलाम साहब के जीवन को अपने जीवन में उतारना होगा।

फादर डीशूज़ा ने कहा की अब्दुल कलाम साहब उनकी मेहनत के बल पर कई एवार्ड से सम्मानित किया गया। वो एक अच्छे इंसान थे।उनका शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में दिया गया योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। he is the man of massage…..

कार्यक्रम की आयोजक निधिबाला ने कहा की कलाम एक सोच है। कल स्वर्गीय अब्दुल कलाम  जन्मदिन है जिसे की यूथ फेस्टिव के रूप में मनाया जाता है यही वजह रही की आज एक दिन पहले ये सेमीनार रखा गया जिससे की युवाओं को उनके बारे में काफी कुछ बताया जा सके।इस कार्यक्रम में आज की खबर ने मीडिया पार्टनर के तौर पर हिस्सा लिया।

 

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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