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अन्तर्राष्ट्रीय

नाइजीरिया का ‘एंटी-पायरेसी’ अभियान तेज हुआ

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लागोस| नाइजीरिया की सरकार ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने देशभर में ‘एंटी पायरेसी’ अभियान तेज कर दिया है। नाइजीरियाई कॉपीराइट आयोग के महानिदेशक अफाम इजेकुडे ने कहा कि इस बारे में संबंधित लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों को जागरूक बनाया जा रहा है।

इजेकुडे ने संवाददाताओं से कहा कि एंटी-पायरेसी अभियान के तहत विभिन्न योजनाओं एवं कानूनों को लागू करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इसमें छात्रों को कॉपीराइट के महत्व और इसे संरक्षित रखने के बारे में जानकारी तथा प्रशिक्षण देना शामिल है। उन्हें बताया जाएगा कि वे भविष्य में लेखक, अविष्कारक और कॉपीराइट मालिक बन सकते हैं। ऐसे में कॉपीराइट इसका क्या महत्व है और इसे संरक्षित रखना क्यों आवश्यक है।

इजेकुडे ने कहा कि आयोग एंटी-पायरेसी अभियानों की रिपोर्टिग के लिए संवाददाताओं को भी प्रशिक्षित कर रहा है।

उन्होंने कॉपीराइट धारकों से आग्रह किया है कि वे अपने काम का पंजीकरण आयोग में करवाएं, ताकि चोरी किए लेखों और असली लेखों की आसानी से पहचान हो सके।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर भारत ने जताई नाराजगी, कही ये बात

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नई दिल्ली। मंगलवार को बांग्लादेश के हिंदू संगठन सनातनी जागरण जोत के प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा चिन्मय कृष्ण दास के नेतृत्व में ही आंदोलन किया जा रहा है। बाद में अदालत ने भी चिन्मय कृष्ण दास की जमानत अर्जी खारिज कर उन्हें जेल भेज दिया। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की।

विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हिंदुओं पर हमला करने वाले बेखौफ घूम रहे हैं, जबकि हिंदुओं के लिए सुरक्षा का अधिकार मांगने वाले हिंदू नेताओं को जेल में ठूंसा जा रहा है। वहीं बांग्लादेश सरकार ने विदेश मंत्रालय के बयान पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि यह उनका आंतरिक मामला है और भारत के टिप्पणी करने से दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ सकती है।

चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया, जिसमें 50 से अधिक लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी, जिन्हें चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है। दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं। चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था।

मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया। हालांकि, उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है।

 

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