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प्रादेशिक

हमीरपुर : लोहिया ग्राम में डेंगू के 2 और मरीज मिले

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हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के लोहिया ग्राम विदोखर पुरई में डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है। दो और मरीज मिलने से गांव में हड़कंप मचा है। मीडिया में आई खबरों से स्वास्थ्य विभाग हालांकि नींद से जागा है और विभाग की टीम गांव में पहुंची है।

डिप्टी सीएमओ ने भी गांव का दौरा कर हालात का जायजा लिया और टीम को गांव में ही रुककर कैम्प लगाने व दवा का छिड़कराव कराने का आदेश दिया है। कैम्प में 130 बुखार पीड़ित मरीजों का उपचार किया गया। लोहिया ग्राम विदोखर पुरई में डेंगू थमने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू से ग्रसित हो मरीज और सामने आ रहे हैं। गांव निवासी कुलदीप यादव पुत्र परशुराम, राजकुमारी पत्नी हरीराम प्रजापति के बाद रामनरेश (20) पुत्र कामता पाल विदोखर मेदनी तथा जगदीश (21) पुत्र आशाराम प्रजापति निवासी विदोखर पुरई को डेंगू से ग्रसित होने पर कानपुर में भर्ती कराया गया है।

गांव में सैकड़ों लोग बुखार से ग्रसित हो इस बात की पुष्टि गांव में कैम्प कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी की है। सुमेरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से डॉ. परवेज कादिरी के नेतृत्व में फार्मासिस्ट अंकित सचान, मूलचंद वर्मा, देवीदयाल वर्मा, एएनएम सम्पत शुक्ला आदि की टीम ने गांव में कैम्प लगाकर लोगों की स्लाइड बनाकर उपचार किया।

बीमार लोगों को कैम्प तक लाने के लिए गांव की सभी आशा बहुओं को लगाया गया था। बाद में डिप्टी सीएमओ डॉ. पी.के. सिंह ने गांव का दौरा किया और कैम्प में मौजूद रहकर मरीजों को देखने के बाद मरीजों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि डेगू से शरीर में चकते पड़ जाते हैं। प्लेटलेट काउंट घटता है। रक्त में प्लेटलेट के 50 हजार से नीचे होने पर ही खतरा बढ़ता है। उन्होंने कहा कि सुमेरपुर पीएचसी मं डेंगू की जांच की सुविधा उपलब्ध है।

सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैम्प लगाया। मंगलवार से गांव में दवा का छिड़काव शुरू कराया जाएगा। वहीं ग्रामीणों ने गांव के अस्पताल में तैनात एमपीडब्लू रामफल पर पैसे लेकर उपचार करने का आरोप लगाया। इस पर डिप्टी सीएमओ ने कहा कि जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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