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प्रादेशिक

जनसंख्या वृद्धि दर में असंतुलन गंभीर चिंता का विषय

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अवध प्रान्त के संघचालक प्रभुनारायण, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक, गंभीर चिंता का विषय, जनसंख्या वृद्धि दर में असंतुलन, विश्व संवाद केन्द्र

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लखनऊ। पिछले दिनों रांची में आयोजित हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक से लौटे अवध प्रान्त के संघचालक प्रभुनारायण ने विश्व संवाद केन्द्र में पत्रकार वर्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस बार बैठक में चर्चा के पश्चात जनसंख्या वृद्धि दर में असंतुलन की चुनौती पर प्रस्ताव पारित किया गया तथा सरकार से आग्रह किया कि जनसंख्या नीति का पुनर्निधारण कर सब पर समान रूप से लागू किया जाए। संघ के स्वयंसेवक जनजागरण करके समाज में जनसंख्या वृद्धि को कम करने के लिये लोगों को प्रेरित करेंगे।

प्रभुनारायण ने बताया कि अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल जनसांख्यिकीय असंतुलनों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुये सरकार से आग्रह किया है कि देश की जनसंख्या नीति का पुनर्निर्धारण कर उसे सभी भारतीयों पर समान रूप से लागू किया जाये। साथ ही मण्डल ने अवैध घुसपैठ पर चिन्ता जताते सरकार से आग्रह किया कि राष्ट्रीय नागरिक पंजिका का निर्माण कर इन घुसपैठियों को नागरिकता के अधिकारों से तथा भूमि खरीद के अधिकार से वंचित किया जाए।

उन्होंने यह भी बताया कि आजकल संघ सेवा के क्षेत्र एवं ग्रामीण विकास पर काम कर रहा है। आगे जल प्रबंधन, जल संरक्षण व जल संवर्धन पर काम करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। यदि हम एकत्र मिलकर काम करें तो भीषण जल संकट से बचा जा सकता है। आगामी योजनाओं में संघ ने इस पर काम करने का निर्णय लिया है और सभी स्वयंसेवक इसमें लगेंगे। साथ ही संघ चाहता है कि देश में प्रदूषण की समस्या दूर हो एवं व्यसन मुक्त भारत बने।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से देखने को मिल रहा है कि समाज में सबके प्रति सम्मान की भावना रखने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निराधार एवं गलत आरोप लग रहे हैं जो बहुत ही निंदनीय है। सह प्रान्त कार्यवाह नरेन्द्र ने बताया कि युवाओं को संघ से जोड़ने के लिए ‘‘ज्वाइन आरएसएस’’ नाम से संघ की वेबसाइट पर व्यवस्था बनायी गयी है। अवध प्रान्त में गत तीन वर्षों में वेबसाईट के माध्यम से संघ से जुड़ने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है। 2013 में जहां प्रतिवर्ष 1250 युवा संघ से जुड़ रहे थे, वहीं 2015 में संख्या बढ़कर 2750 प्रतिवर्ष हो गई है। आंकड़े दर्शाते हैं कि बड़ी संख्या में युवा संघ से जुड़ने की इच्छा रखते हैं। साथ ही सह प्रान्त कार्यवाह ने प्रान्त की संगठनात्मक विषयों की जानकारी देते हुये बताया कि संघ शाखाओं की संख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है।

 

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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