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बिजनेस

सेंसेक्स और निफ्टी में ढाई फीसदी गिरावट

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मुंबई। देश के शेयर बाजारों में इस सप्ताह गिरावट का रुख रहा। प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स एवं निफ्टी में करीब ढाई फीसदी की गिरावट रही। बीते 13 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में गिरावट रही, जबकि पांच में मजबूती दर्ज हुई। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को 26,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ। इस सप्ताह सेंसेक्स 654.71 अंकों यानी 2.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,610.53 पर बंद हुआ। इसी तरह निफ्टी 192.05 अंकों यानी 2.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,762.25 पर बंद हुआ।

बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,653.48 पर बंद हुआ। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,125.44 पर बंद हुआ। घरेलू बाजार में शुक्रवार को सेंसेक्स 256.42 अंकों यानी 0.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,610.53 पर और निफ्टी 62.75 अंकों यानी 0.80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,762.25 पर बंद हुआ।

दिसंबर 2015 में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की संभावनाओं, अक्टूबर 2015 में उपभोक्ता कीमत सूचकांक (सीपीआई) में बढ़ोतरी, औद्योगिक उत्पादन में गिरावट से इस सप्ताह बाजार में गिरावट दर्ज हुई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार का भी बाजार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। 11 नवंबर को दिवाली के अवसर पर बाजार नियमित तौर पर बंद रहा लेकिन एक घंटे का विशेष मुहूर्त कारोबारी सत्र चला, जबकि 12 नवंबर को बलाप्रतिपदा की वजह से घरेलू बाजार बंद रहा।

एशियाई शेयर बाजार में कमजोरी की वजह से घरेलू शेयर बाजार पर भी इसका प्रभाव पड़ा। इस दौरान ओएनजीसी, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक, भारत हेवी इलेक्ट्रिक्लस (बीएचईएल) में गिरावट रही। वहीं, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी में मजबूती दर्ज की गई।

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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