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प्रादेशिक

बम से भी घातक है तम्बाकू, रोज 5 हजार को बनाता है शिकार

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– आंचलिक विज्ञान नगरी में ‘‘जानलेवा तम्बाकू’’ पर व्याख्यान आयोजित

लखनऊ। आंचलिक विज्ञान नगरी में शनिवार को ‘‘जानलेवा तम्बाकू’’ विषय पर एक विज्ञान व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान में स्कूली छात्र/छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस दौरान कार्टूनों के माध्यम से जानलेवा तम्बाकू और उससे होने वाली मौतों, विभिन्न रासायनिक पदार्थ तथा बम से भी घातक व कई बीमारियों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। यह भी बताया गया कि भारत में हर दिन 5000 नए बच्चे तम्बाकू का सेवन आरंभ करते हैं और विश्व में प्रतिवर्ष लगभग 60 लाख लोग तम्बाकू या उससे होने वाली बीमारियों के कारण मर जाते हैं।DSC07227

यह व्याख्यान राजकीय औषधीय महाविद्यालय एवं अस्पताल, नागपुर के कैंसर विभाग के प्रमुख डॉ. कृष्णा काम्बले द्वारा दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि इन दिनों कुछ टूथपेस्टों में भी तम्बाकू डाला जाने लगा है। उन्होंने बताया कि तम्बाकू के नियमित सेवन से नपुंसकता और गर्भपात की भी आशंका रहती है। उन्होंने संदेश दिया कि लड़कियों को ऐसे लड़कों से शादी नहीं करनी चाहिए जो तम्बाकू अथवा शराब आदि का सेवन करते हों।

व्याख्यान के दौरान डॉ. काम्बले ने कुछ ऐसी स्लाइड भी दिखाईं, जिनमें शादी के एक या दो वर्ष के बाद ही पुरुषों को तम्बाकू के सेवन से अपनी जान गंवानी पड़ी और परिवार के अन्य सदस्यों का जीवन कष्टमय बन गया। अपने व्याख्यान में डॉ. काम्बले ने 30-40 ऐसे चित्र दिखाए जिनमें तम्बाकू सेवन करने वाले रोगियों के मुंह या उसके आस-पास कैंसर रोग हुआ था। ये चित्र दिल को दहला देने वाले थे। तम्बाकू का इतना भयावह परिणाम संभवतः प्रतिभागी विद्यार्थियों को इसके प्रयोग को रोकने में मददगार हो सकता है।

उन्होंने यह भी बताया कि तम्बाकू का सेवन लकवा (पक्षाघात) व दिल के दौरे जैसी घातक बीमारियों का एक मुख्य कारण होता है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वह प्रतिदिन तम्बाकू रहित दिवस मनाएं। लगभग 150 विद्यार्थियों ने इस व्याख्यान का लाभ उठाया तथा कार्यक्रम के अंत में प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा को शांत किया। डॉ. काम्बले ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों की सराहना की और सरल शब्दों में उनका उत्तर भी दिया।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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