Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार में बढ़ रहा जिम का ‘क्रेज’

Published

on

Loading

पटना| आज के आधुनिक युग में सभी लोग ‘स्मार्ट’ बनना चाहते हैं, ऐसे में शरीर की बनावट पर भी लोग खास ध्यान रख रहे हैं। बिहार में भी हाल के दिनों में फिटनेस को लेकर लोगों का झुकाव बढ़ा है। यही वजह है कि आज लोग टहलने और कठिन मेहनत करने के बजाय जिम में अपना पसीना बहा रहे हैं। प्रदेश की राजधानी पटना में करीब 300 जिम हैं।

जिम जाना लोगों के लिए अब शगल नहीं जरूरत बन गई है, वैसे कई लोग इसे फैशन के रूप में भी देखते हैं। एक अनुमान के मुताबिक पटना में गलियों और मुहल्लों की बात छोड़ दी जाए तो 300 से ज्यादा जिम खुल गए हैं। कई जिम में अत्याधुनिक सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

आधुनिक प्रकार के जिम में स्टीम बाथ, एरोबिक्स के साथ-साथ वेट लूज, मसल्स बनाने तथा शरीर के अंग से चर्बी घटाने के लिए कई तरह की मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है।

पटना में जिम के चलन बढ़ने का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पटना में अंतर्राष्ट्रीय सुविधाओं वाले इंटनेशनल ‘जिम चेन गोल्ड’ जिम की शाखा भी है।

पटना के आरपीएस मोड़ स्थित लायंस जिम के प्रशिक्षक चंद्र गुप्त कहते हैं, “आम तौर पर आज जिम जाने वाले लोगों का मुख्य मकसद होता है मोटापा घटाना और मसल्स बनाना। लेकिन अलग-अलग लोगों का शरीर उनकी आवश्यकता के अनुसार होती है और उसी के अनुरूप उस पर काम किया जाता है। वे कहते हैं कि उसी आवश्यकता के अनुसार उन्हें व्यायाम कराया जाता है और इसके लिए उन्हें खानपान के लिए भी दिशा निर्देश दिए जाते हैं।”

वे कहते हैं कि जिम में कई तरह के सप्लीमेंट भी दिए जाते हैं, जिससे शरीर को सही आहार मिल सके। उनका मानना है कि कार्डिओ और वेट ट्रेनिंग के बाद ही मोटापा कम किया जा सकता है।

पटना के एक महिला जिम की प्रशिक्षक आराधना कहती हैं कि आज के समय में महिलाएं भी अपने शरीर के बनावट के प्रति संजीदा हो गई हैं। वे कहती हैं कि महिला और पुरुष के शरीर में काफी अंतर होता है। महिलाओं के लिए सही तरीके से व्यायाम बताना एक अलग कार्य है। वे कहती हैं, “वैसे तो सभी को, परंतु खासकर महिलाओं को उसी जिम का चयन करना चाहिए जिस जिम में कुशल प्रशिक्षक हों।”

राजधानी के जगदेव पथ स्थित एक मल्टी जिम के प्रशिक्षक का कहना है कि पटना के जिमों में मोटापा घटाने के लिए साइकिलिंग, स्टेपर, क्रॉसओवर मशीन, एडप्टीव मोशन ट्रेनर जैसी विदेशी मशीनें आ गई हैं जो वजन घटाने में काफी मददगार हो रही हैं। वे कहते हैं कि आज जिम जाने के पहले यह जान लेना चाहिए कि जिम का प्रशिक्षक कितना जानकार है तथा वहां की मशीनें कैसी हैं।

एक अन्य जिम के निदेशक कहते हैं कि ऐसा नहीं कि केवल पटना में बल्कि बिहार के करीब सभी बड़े और छोटे शहरों में जिम का चलन बढ़ गया है। लोग अब अपने व्यस्त जीवनचर्या में टहलने और खेलने के बजाय जिम जाना पसंद करते हैं।

इधर, जिम जाने वाले युवा भी इस चलन को सही मानते हैं। वे कहते हैं कि शहरों में हर जगह वायु प्रदूषण है। सड़क पर आप सुबह में भी आजादी से टहल या दौड़ नहीं सकते। युवा आदर्श कुमार कहते हैं, “जिम में व्यायाम करने के बाद बहुत कम दिनों में शरीर में अंतर स्पष्ट दिखाई देने लगता है। मसल्स बन जाते हैं, हम स्मार्ट दिखते हैं और हमें क्या चाहिए।”

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

Published

on

Loading

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

Continue Reading

Trending