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प्रादेशिक

नक्सलवाद से जल्द मुक्त होगा छत्तीसगढ़ : रमन

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नक्सलवाद से जल्द मुक्त, छत्तीसगढ़, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल

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रायपुर| छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने यहां शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित राज्य मुख्यालय में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अधिकारियों के दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि सबके समन्वित प्रयासों से जल्द ही यह प्रदेश नक्सलवाद की समस्या से मुक्त होगा। डॉ. सिंह ने इस अवसर पर सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ सेक्टर के प्रतीकचिह्न् का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री ने राज्य में सीआरपीएफ के परिचालनिक अभियानों की प्रशंसा की और कहा कि सबके समन्वित प्रयासों से जल्द ही यह प्रदेश नक्सलवाद की समस्या से मुक्त होगा। सम्मेलन में राज्य सरकार के मुख्य सचिव विवेक ढांड, पुलिस महानिदेशक ए.एन.उपाध्याय और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह भी उपस्थित थे।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों ने सम्मेलन में प्रस्तुतिकरण (प्रजेंटेशन) के जरिए बताया कि छत्तीसगढ़ में तैनात पुलिस बल के वर्ष 2015 के अभियानों की समीक्षा करने और वर्ष 2016 में इसे प्रभावकारी बनाने के विषयों पर विचार-विमर्श कर प्रभावी रणनीति बनाने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। ज्ञातव्य है कि राज्य में वर्ष 2003 से दुर्गम एवं अति संवेदनशील क्षेत्रों में सीआरपीएफ के अधिकारी एवं जवान बड़ी संख्या में तैनात हैं और उनके द्वारा परिचालनिक अभियान चलाया जा रहा है। कार्यक्रम में सीआरपीएफ द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान से संबंधित विभिन्न प्रकार के क्रियाकलापों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया गया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (मध्यजोन) के विशेष महानिदेशक दुर्गा प्रसाद, महानिदेशालय के पुलिस महानिरीक्षक (परिचालन) जुल्फीकार हसन, छत्तीसगढ़ सेक्टर के महानिरीक्षक सदानंद दाते सहित बल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के समापन पर पुलिस उप महानिरीक्षक डी. भट्टाचार्य ने सबके प्रति आभार प्रकट किया।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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