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राम मंदिर, डीडीसीए मुद्दों पर राज्यसभा की कार्यवाही बाधित

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राम मंदिर, डीडीसीए मुद्दों, राज्यसभा की कार्यवाही बाधित, अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के निर्माण, पत्थर पहुंचाने और उसे तराशने का मुद्दा

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नई दिल्ली| अयोध्या में राम मंदिर एवं दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) में कथित अनियमितता के मुद्दे पर बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही भोजनावकाश के पहले दो बार बाधित हुई। ऊपरी सदन की कार्यवाही शुरू होते ही जनता दल (युनाइटेड) के नेता के.सी. त्यागी ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के निर्माण के लिए पत्थर पहुंचाने और उसे तराशने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में साम्प्रदायिक तनाव फैलाया जा रहा है। इस पर सरकार ने कहा कि वह इस मामले में अदालत के आदेशों से बंधी है। त्यागी ने कहा, “अयोध्या में एक बार फिर वैसी ही स्थिति बनाई जा रही है, जैसी पहले थी। तनाव भड़काया जा रहा है।”

समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) तथा कांग्रेस के सदस्यों ने भी त्यागी का समर्थन किया। बसपा नेता मायावती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर राम मंदिर मुद्दे को एक बार फिर उठाकर राजनीतिक लाभ उठाने के प्रयास का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “ऐसा कुछ भी नहीं होना चाहिए, जिससे सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना हो। कानून-व्यवस्था बनाए रखना उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है।” खबरों के अनुसार, राम जन्मभूमि न्यास (ट्रस्ट) ने अयोध्या में उस स्थान पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है, जहां बाबरी मस्जिद गिराया गया था।

इसका जवाब देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले में अदालत के आदेशों का अनुपालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “पत्थरों को वर्ष 1990 से ही पॉलिश किया जा रहा है और जिस स्थान पर ऐसा किया जा रहा है, वह विवादित स्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। दूसरा, सरकार और पार्टी (भाजपा) दोनों का मानना है कि अदालत के निर्णय का सम्मान किया जाना चाहिए और हम ऐसा करेंगे।” उन्होंने कहा, “पत्थर तराशने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। इसका अर्थ यह नहीं है कि राम मंदिर बनाया जा रहा है।”

इसके बाद कांग्रेस व सपा के सदस्य अध्यक्ष की आसंदी के निकट इकट्ठे हो गए और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। उप सभापति पी.जे.कुरियन ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। सुबह 11.34 बजे सदन की कार्यवाही जब एक बार फिर शुरू हुई, कांग्रेस के सदस्य एक बार फिर अध्यक्ष की आसंदी के निकट इकट्ठे हो गए और डीडीसीए मुद्दे पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की। इसके बाद सभापति हामिद अंसारी ने शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सदन की कार्यवाही बाधित न करने का आग्रह किया, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद सदन की कार्यवाही अपराह्न एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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