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हेल्थ

नए साल की मस्ती में भूल न जाएं सेहत

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नई दिल्ली| जब हम नए साल का जश्न मनाते हैं तो हम भूल जाते हैं कि ज्यादा मस्ती हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। इसका कारण है अचानक अस्वास्थ्यकर खाना खाने लगना, ज्यादा शराब का सेवन और देर तक दोस्तों रिश्तेदारों के साथ जश्न मनाने के चक्कर में कम सोना। यह उन लोगों के लिए खास तौर पर खतरनाक हो सकता है जिन्हें पहले से जीवनशैली से जुड़ी समस्याएं हैं। इनकी वजह से दिल का दौरा, रक्तचाप और शूगर में बढ़ोतरी हो सकते हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां रखना बेहद जरूरी है, ताकि नया साल अपने साथ सिर्फ खुशियां और मस्ती ही लेकर आए।

मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, पटपड़गंज में कार्डियक कैथ लैब के एसोसिएट डायरेक्टर व प्रमुख डॉ. मनोज कुमार बताते हैं, “शहर में अधिक प्रदूषण होने की वजह से लोगों को नए साल पर घर से बाहर निकलते समय अधिक सावधानी रखनी चाहिए। प्रदूषण और धुंध न सिर्फ दमा और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए, बल्कि दिल के रोगियों के लिए भी जानलेवा हो सकते हैं।”

उन्होंने कहा, “त्योहार मनाने से तो परहेज नहीं किया जा सकता लेकिन मधुमेह, दिल के रोगियों, हाइपरटेंशन से पीड़ितों को पूरी रात बाहर रहने से बचना चाहिए, शराब का सेवन कम से कम करना चाहिए और खाना भी सोच समझ करना चाहिए। अत्यधिक शोर वाला संगीत भी उनके दिल के लिए खतरनाक हो सकता है और इससे धड़कन और रक्तचाप बढ़ सकता है। अगर सांस फूलने, पसीने आने और सीने में दर्द जैसे लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।”

युवाओं के लिए ज्यादा शराब पीना खतरनाक हो सकता है। इस से छोटी उम्र में दिल के रोग, अकस्माक कार्डियक अरेस्ट के साथ-साथ सड़क दुघर्टनाएं भी हो सकती हैं। युवाओं को स्वच्छ पानी पीने और सेहतमंद जीवन के लिए रक्षात्मक स्वास्थ्य आदतें अपनाने के बारे में जागरूक करना बेहद जरूरी है।

मेदांता द मेडिसिटी हॉस्पिटल में इलेक्ट्रोफिजियॉलॉजी एंड पेसिंग विभाग के सीनियर इंटरवेशनल कार्डियॉलॉजिस्ट एंड चेयरमैन डॉ बलबीर सिंह ने कहा, “नए साल के जश्न में बाहर से मंगवाई गई तली और मीठी चीजें हम ज्यादा खाते हैं। इनमें अत्यधिक चीनी, सोडियम, ट्रांस फैट मौजूद होती है जो रक्तचाप और दिल पर दबाव बढ़ाती हैं। इन दिनों शराब का सेवन बढ़ जाता है। इससे आर्टियल फिब्रिलेशन होने से दिल रक्त पंप नहीं कर पता और क्लॉट्स बन सकता है।”

उन्होंने कहा कि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित लोगों को दिल का दौरा, अकस्माक कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक हो सकता है। दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ मानसिक और दिमागी खुशी के साथ ही ज्यादा मस्ती मजा किरकिरा कर सकती है, इसलिए संतुलन बना कर सेहत का ध्यान रखें।

ज्यादा खानपान और शराब के सेवन के बाद हमारा शरीर पूरे आराम की मांग करता है। शरीर में पानी बनाएं रखने के लिए कैफीन मुक्त तरल जैसे पानी, जूस, नींबू और शहद के साथ हर्बल चाय लेनी चाहिए।

हेल्थ

दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी

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नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.

एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.

डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।

डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।

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