Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

प्रख्यात नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई का 97 की उम्र में निधन

Published

on

Loading

अहमदाबाद| पद्मभूषण से सम्मानित प्रख्यात नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई का गुरुवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 97 साल की थीं। ‘अम्मा’ के नाम से मशहूर मृणालिनी साराभाई को बीमारी के कारण बुधवार को शहर के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया था। उनके बेटे और वैज्ञानिक कार्तिकेय साराभाई ने कहा, “वह फेफड़े में संक्रमण से पीड़ित थीं, जिस कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आती गई।”

मशहूर नृत्यांगना की मशहूर नृत्यांगना बेटी मल्लिका साराभाई ने फेसबुक पर उनके निधन की सूचना दी।मल्लिका ने अपनी मां को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “मेरी मां मृणालिनी साराभाई अपने शाश्वत नृत्य के लिए हमें छोड़ गई हैं।”मृणालिनी साराभाई का अंतिम संस्कार गुजरात की राजधानी गांधीनगर स्थित पेठापुर गांव में किया जाएगा।11 मई, 1918 को जन्मीं मशहूर नृत्यांगना का विवाह भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान कार्यक्रम के अग्रणी वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई से हुआ था।

पूर्व सांसद अम्मू स्वामीनाथन की बेटी मृणालिनी साराभाई ने अपना बचपन स्विटजरलैंड में बिताया और नृत्य की पश्चिमी शैली के संस्थान ‘डैलक्रोज स्कूल’ से अपनी शुरुआती शिक्षा ग्रहण की थी।इसके बाद वह गुरु रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित ‘शांतिनिकेतन’ चली गईं। उन्होंने अपने कौशल को धार देने के लिए कुछ समय अमेरिका के ‘अमेरिकन एकेडमिक्स ऑफ ड्रामाटिक एक्ट़्स’ में भी व्यतीत किया।

भारत लौटने के बाद उन्होंने मीनाक्षी सुंदरम पिल्लई से भरतनाट्यम और गुरु थाकाजी कुंचु कुरुप से कथकली का प्रशिक्षण लिया।नृत्य, संगीत और नाटक के प्रशिक्षण संस्थान ‘दर्पण अकादमी’ की संस्थापक और निदेशक मृणालिनी साराभाई ने 18,000 से भी अधिक छात्रों को भरतनाट्यम और कथकली में प्रशिक्षण दिया था।दिग्गज नृत्यांगना को कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए कई विशिष्ट पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

Continue Reading

Trending