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प्रादेशिक

राजनैतिक दवाब, पैसे पर आईपीएस ट्रान्सफर का आरोप

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आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, आईपीएस और पीपीएस अफसरों के ताबड़तोड़ तबादले, राजनैतिक दवाब और पैसे की भूमिका

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लखनऊ। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पिछले दिनों हुए आईपीएस और पीपीएस अफसरों के ताबड़तोड़ तबादलों में राजनैतिक दवाब और पैसे की भूमिका की जाँच कराये जाने की मांग की है।मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में उन्होंने कहा है कि 2014 से आईपीएस अफसरों की तैनाती मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाले 05 सदस्यीय सिविल सर्विस बोर्ड 2010 से पीपीएस अफसरों की तैनाती डीजीपी की अध्यक्षता वाले  05 सदस्यीय राज्य स्तरीय पुलिस स्थापना बोर्ड की अनुशंसा पर ही होती है। अमिताभ ने कहा कि जिस प्रकार पिछले दिनों सीतापुर जैसे जिले में महीने भर में 04 एसपी तैनात हुए अथवा ट्रान्सफर के बाद 10 आईपीएस और पीपीएस अफसरों के ट्रान्सफर निरस्त हो गए उससे स्पष्ट है कि इन दोनों बोर्ड द्वारा बाह्य कारणों से अनियमितता बरती जा रही है। अतः उन्होंने इस सम्बन्ध में दोनों बोर्ड के अध्यक्ष से स्पष्टीकरण प्राप्त कर अग्रिम कार्यवाही करने की बात कही है।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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