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मुख्य समाचार

जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार गिरफ्तार

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जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार गिरफ्तार, अफजल गुरु को शहीद बताने और देशविरोधी नारे लगाने पर विवाद, दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रफेसर अली जावेद, पूछताछ के लिए तलब

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नई दिल्ली। जेएनयू में अफजल गुरु को शहीद बताने और देशविरोधी नारे लगाने पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रफेसर अली जावेद को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया। प्रफेसर जावेद प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद थे। प्रेस क्लब में हुए कार्यक्रम में भी भारतविरोधी नारे लगाए गए थे। प्रेस क्लब ने प्रफेसर जावेद अली की सदस्यता रद्द कर दी है। क्लब की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि कार्यक्रम के लिए हॉल की बुकिंग के दौरान उन्होंने हमें अंधेरे में रखा। हम ऐसे व्यवहार की घोर निंदा करते हैं। जेएनयू के वीसी ने इस पूरे मामले पर कहा, ‘कैंपस में ऐसी घटनाएं गंभीर हैं। मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी। जांच के लिए कमिटी गठित की गई है। जांच में दोषी पाए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।’

गौरतलब है कि नौ फरवरी को जेएनयू में अफजल गुरु और जेकेएलफ संस्थापक मकबूल भट की फांसी का विरोध कर रहे थे। इस विरोध के लिए आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारतविरोधी नारे लगाए गए। बवाल बढ़ने के बाद छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा था कि वह वहां कार्यक्रम में मौजूद थे न कि कार्यक्रम के आयोजक थे। शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की बात की थी। राजनाथ सिंह ने कहा था, ‘देशविरोधी ताकतों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश में अगर कोई भारत विरोधी नारे लगाता है या देश की एकता, अखंडता पर सवालिया निशान लगाता है, तो उसे माफ नहीं किया जा सकता।’ विश्वविद्यालय द्वारा इस कार्यक्रम की अनुमति रद्द किए जाने के बाद भी 9 फरवरी की रात छात्रों ने कार्यक्रम आयोजित किया था। उसमें छात्रों की भीड़ ने कश्मीर को आजाद कराने, भारत की बर्बादी तक जंग जारी रखने और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे। इसमें अफजल गुरु और मकबूल भट्ट को शहीद भी बताया गया था। इस मौके की विडियो क्लिपिंग न्यूज चैनलों में चलने के बावजूद दिल्ली पुलिस ने खुद संज्ञान नहीं लिया था। बाद में बीजेपी के सांसद महेश गिरी की शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में केस दर्ज किया।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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