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मुख्य समाचार

अब 2019 के बाद ही आएंगे ‘अच्छे दिन’ : राहुल गांधी

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एनडीए सरकार, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, 'अच्छे दिन' 2019 के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रचारित नारे पर निशाना

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एनडीए सरकार, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, 'अच्छे दिन' 2019 के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रचारित नारे पर निशाना

सिलचर| केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को लताड़ते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि ‘अच्छे दिन’ केवल 2019 के बाद आएंगे और कांग्रेस अभी से इस पर काम शुरू कर चुकी है। राहुल ने 2014 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुप्रचारित नारे पर निशाना साधते हुए कहा, “अब ‘अच्छे दिन’ केवल 2019 के बाद आएंगे। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम इस पर काम कर रहे हैं।” राहुल ने असम में बराक घाटी में सिलचर में एक रैली को संबोधित करते हुए ये बातें कही। राहुल ने संसद में मोदी और उनके बीच हुई बहस का हवाला देते हुए कहा कि भले ही मोदी उन पर निजी हमले करें, वह प्रधानमंत्री से सवाल पूछते रहेंगे।

कांग्रेस नेता ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर एक खास विचारधारा को थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे नफरत फैलाना चाहते हैं और हर भारतीय को एक दूसरे से लड़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का मानना है देश में हर किसी के लिए जगह होनी चाहिए और हर किसी को अपनी राय रखने का हक है। जबकि दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस अपनी विचारधारा हर किसी पर थोपना चाहते हैं। वे सरकार को केवल प्रधानमंत्री कार्यालय या नागपुर से चलाना चाहते हैं। हमारा मानना है कि लोगों को सरकार चलाना चाहिए। ” राहुल गांधी ने कहा कि असम की बराक घाटी में कनेक्टिविटी एक समस्या है। उन्होंने कहा कि वह अपनी घोषणापत्र समिति के पास इस मामले को भेजेंगे जो इस क्षेत्र में संपर्क नेटवर्क विकसित करने की रणनीति बनाएगी।

नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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