प्रादेशिक
सीएम योगी का निर्देश- कोविड वैरिएंट की पहचान के लिए गहन अध्ययन-परीक्षण का कार्य तेजी के साथ जारी रखा जाए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन, लखनऊ में कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बावजूद एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि जनपद श्रावस्ती कोरोना मुक्त हो गया है। श्रावस्ती की यह उपलब्धि अन्य जनपदों के लिए प्रेरणास्पद है। अगले एक सप्ताह तक अगर जिले में संक्रमण का कोई नया केस नहीं मिलता है, तो जनपद को पुरस्कृत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय जनपद के जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन सहित सभी जनपदवासियों को है। संयम और जागरूकता का यह क्रम सतत बना रहे। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि लगातार प्रयासों से उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की स्थिति नियंत्रण में है। जनपद श्रावस्ती में आज एक भी संक्रमित मरीज नहीं है। अब तक कोरोना संक्रमित हुए सभी मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर और बेहतर होकर 98.6% हो गई है। अब तक 16 लाख 82 हजार से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी को अवगत कराया गया कि बीते 24 घंटे में प्रदेश में 120 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि 191 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। 30 अप्रैल के बाद से एक्टिव केस में लगातार गिरावट हो रही है और वर्तमान में 1,947 एक्टिव केस हैं। मुख्यमंत्री योगी को अवगत कराया गया कि बीते 24 घंटे में 2,57,857 कोविड सैंपल की जांच की गई और पॉजिटिविटी दर 0.04% से कम रही। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 95 लाख 89 हजार से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। यह देश में किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग है।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि टीकाकरण की सुगमता के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग को प्रोत्साहित किया जाए। गांवों में कॉमन सर्विस सेंटरों के माध्यम से लोग टीकाकरण के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। इस निःशुल्क व्यवस्था के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। बीते 24 घंटे में 10 लाख से अधिक प्रदेशवासियों को टीका लगाया गया है। वर्तमान में टीकाकरण की प्रक्रिया सुचारु रूप से चल रही है। अब तक 03 करोड़ 45 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। कोविड वैरिएंट की पहचान के लिए गहन अध्ययन-परीक्षण का कार्य तेजी के साथ जारी रखा जाए। यदि कहीं डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हो तो संबंधित संक्रमित की गहन कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कराई जाए। अन्य सभी जरूरी एहतियात भी बरते जाएं।
उन्होंने कहा कि कोविड की विभीषिका के बीच जरूरतमंदों के लिए राशन और भोजन के पर्याप्त प्रबंध किए जाएं। प्रदेश में नेशनल राशन पोर्टिबिलिटी व्यवस्था लागू है। ऐसे में यूपी का नागरिक किसी अन्य राज्य में, अथवा किसी अन्य राज्य का नागरिक उत्तर प्रदेश में राशन ले सकता है। बालिकाओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों। निरीक्षण की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। उनकी समस्याओं, जरूरतों व अपेक्षाओं के बारे में जानकारी लें। मूक/बधिर अथवा अन्य दिव्यांग बच्चों के शिक्षा-दीक्षा के इंतजामों की पड़ताल की जाए। दिव्यांगजन से जुड़े हुए सभी शासकीय, निजी, ट्रस्ट, NGO आदि के माध्यम से संचालित संस्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया जाए। जनपद के प्रभारी मंत्री, विभागीय अधिकारी यहां की व्यवस्थाओं की परख करें, निवासरत बच्चों, किशोरों से संवाद करें।
उत्तर प्रदेश
संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद
संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।
इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।
इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।
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