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63वें राष्ट्रीय पुरस्कार में अमिताभ, कंगना को शीर्ष सम्मान

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63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह, अमिताभ बच्चन सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, कंगना रनौत सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, विज्ञान भवन

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63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह, अमिताभ बच्चन सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, कंगना रनौत सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, विज्ञान भवन

Actors Amitabh Bachchan and Kangana Ranaut

नई दिल्ली| यहां मंगलवार को आयोजित 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में महानायक अमिताभ बच्चन और कंगना रनौत को क्रमश: सर्वश्रेष्ठ अभिनेता व सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने यहां विज्ञान भवन में एक समारोह में सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा, “भारतीय फिल्में भारत की विविधता में एकता को दर्शाती हैं।” पुरस्कार समारोह में गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में 21 पुरस्कार दिए गए, जबकि फीचर फिल्म श्रेणी में 51 पुरस्कार दिए गए। इनके अलावा तीन पुरस्कार सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए दिए गए। काले लिबास में आए अमिताभ ने ‘पीकू’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार ग्रहण किया। वहीं ऑफ शोल्डर गाउन में आईं कंगना को ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्‍स’ के अपने दोहरे किरदार के लिए पुरस्कार मिला। फीचर फिल्म श्रेणी में फिल्मकार एस.एस. राजामौली की ‘बाहुबली : द बिगिनिंग’ ने सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता।

63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह

राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में हिंदी फिल्मों के साथ ही बांग्ला, मराठी, पंजाबी, तमिल, तेलुगू और असमिया सहित क्षेत्रीय फिल्म उद्योगों के कौशल की भी सराहना की गई। मराठा योद्धा पेशवा बाजीराव (रणवीर सिंह) और मस्तानी (दीपिका पादुकोण)की प्रेमगाथा ‘बाजीराव मस्तानी’ पूरे समारोह में छाई रही। इस फिल्म ने कई पुरस्कार जीते। संजय लीला भंसाली को फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार दिया गया। वहीं रेमो डिसूजा ने सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर के पुरस्कार पर कब्जा जमाया। श्रीराम अयंगर, सलोनी धात्रक और सुजीत सावंत को फिल्म के प्रोडक्शन डिजाइन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया। नीरज घायवन निर्देशित ‘मसान’ को निर्देशक की बेस्ट डेब्यू फिल्म के लिए ‘इंदिरा गांधी अवॉर्ड’ दिया गया। सलमान खान की ‘बजरंगी भाईजान’ को संपूर्ण मनोरंजन के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ चर्चित फिल्म’ का पुरस्कार दिया गया। फिल्म के निर्देशक कबीर खान ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।

फिल्म ‘दम लगा के हईशा’ के गीत ‘मोह मोह के धागे’ के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायिका’ का पुरस्कार जीतने वाली मोनाली ठाकुर और मराठी फिल्म ‘कत्यार कलजत घुसली’ के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायक’ का पुरस्कार जीतने वाले महेश काले ने 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रस्तुति भी दी। फिल्मकार विशाल भारद्वाज को ‘तलवार’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखक का पुरस्कार दिया गया। सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखक (मूल) का पुरस्कार जूही चतुर्वेदी (पीकू) और हिमांशु कुमार (तनु वेड्स मनु रिटर्न्‍स)ने साझा किया। राष्ट्रपति ने साथ ही भारतीय सिनेमा में सभी पहलुओं को शामिल किए जाने की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि इस बार के पुरस्कारों में डिजिटाइजेशन और प्रौद्योगिकी सहित सिनेमा के सभी पहलुओं की छाप दिखाई दे रही है।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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