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कोरोना पर वैज्ञानिकों को मिली बड़ी सफलता, अब शरीर में ही तड़पकर मर जाएगा वायरस!

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस से इस समय पूरा विश्व जूझ रहा है। कोविड-19 नाम का यह वायरस अब तक दुनियाभर के 90 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। वहीं इससे संक्रमित हुए लोगों की संख्या 15 लाख के पार चली गई है।

फिलहाल दुनियाभर के वैज्ञानिक इस वायरस की वैक्सीन की खोज में लगे हैं। इस बीच अमेरिकी वैज्ञानिकों के हाथ बड़ी सफलता लगी है। वैज्ञानिक शोध में कोरोना की कमजोर कड़ी का पता लगा लिया गया है। दरअसल, अमेरिकी वैज्ञानिकों ने उस टारगेट को खोज लिया है, जहां कोरोना वायरस की एंटीवायरस वैक्सीन असर करेगी।

अमेरिका के कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने यह खोज की है। शोध में वैज्ञानिकों का फोकस कोरोना वायरस की बाहरी कटीली परत पर था क्योंकि वायरस यहीं लोगों की शरीर की कोशिकाओं में जाकर चिपक जाता है और फिर नए वायरस पैदा करने लगता है।

वायरस का आपके शरीर में मौजूद कोशिकाओं से चिपकना एक बड़ी लंबी चरणबद्ध प्रक्रिया है। इसमें वायरस सबसे पहले यह देखता है कि उसने सही कोशिका का चुनाव किया है कि नहीं। इसके लिए वायरस को कोशिका के आसपास मौजूद रसायन बताते हैं कि यह कोशिका सही टारगेट है या नहीं।

कोशिका सही टारगेट है या नहीं, यही बात सबसे पहले कोरोना वायरस की बाहरी परत को पता चलता है। यही कंटीली परत फिर टारगेट कोशिका की सतह से जाकर चिपक जाती है। इसके बाद कंटीली परत जिसे फ्यूजन पेप्टाइड कहते हैं, वह कोशिका को तोड़ना शुरू करती है, इसके लिए वह सबसे पहले आपके शरीर की टारगेट कोशिका की बाहरी परत में छेद करना शुरू करती है।

इसके बाद इसी कोशिका में अपना जीनोम सिक्वेंस भेजकर नए वायरस की उत्पत्ति शुरू कर देती है। गैरी व्हिटकर की टीम ने पता किया है कि कैल्शियम आयन वायरस के कंटीली परत के साथ संपर्क बनाने में मदद करते हैं।

साथ ही यही कैल्शियम आयन कंटीली परत की संरचना को भी बदलते हैं। यह बात मर्स और सार्स के संक्रमण में देखने को मिली थी। अब गैरी व्हिटकर की टीम कोरोना वायरस कोविड-19 के कंटीले परत पर यही अध्ययन कर रही है। टीम को उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना वायरस के बाहरी कंटीले परत की रासायनिक प्रक्रिया को लेकर सकारात्मक खुलासा होगा। अगर वैज्ञानिक इस रासायनिक प्रक्रिया को रोक दें तो वायरस कोशिकाओं से संपर्क नहीं कर पाएगा और कुछ दिन में वैक्सीन के असर से मर जाएगा।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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