Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

उन्नाव जिले में जल्द होगी चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना, योगी सरकार दे चुकी है मंजूरी

Published

on

Loading

लखनऊ। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए उन्नाव जिले में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दे दी है। गुरुवार को उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने सचिवालय में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) इंटरनेशनल एजुकेशनल ट्रस्ट, चंडीगढ़ के प्रतिनिधियों को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए प्राधिकार पत्र सौंप दिया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को उन्नाव में स्थापित किए जाने के प्रस्ताव को कैबिनेट द्वारा बाई सर्कुलेशन मंजूरी प्रदान की गई थी। योगी सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा का लाभ मिलेगा। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का यह नया परिसर लखनऊ-कानपुर हाईवे के किनारे स्थापित होगा, जो उन्नाव और आसपास के जिलों के छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित होगा। यह विश्वविद्यालय उन्नाव जिले के ग्राम पदसंदन, परगना गोरिन्‍दा परसंदन, तहसील हसनगंज में 63.53 एकड भूमि पर निजी क्षेत्र के अन्‍तर्गत स्‍थापित किया जाएगा।

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी होगा कदम

उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने गुरुवार को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए प्राधिकार पत्र सौंपने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार का यह निर्णय प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित होगा। इससे न केवल प्रदेश के छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिलेगी, बल्कि इससे प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार लगातार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विस्तार के लिए प्रयासरत है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की उन्नाव में स्थापना प्रदेश के शिक्षा जगत में एक नया अध्याय साबित होगी। इससे प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और गुणवत्ता में वृद्धि होगी, जो उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार और भविष्य के बेहतर अवसर लेकर आएगी। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, उन्नाव की स्थापना से छात्रों को अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली का लाभ मिलेगा। यह विश्वविद्यालय छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय प्रदेश के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा और उनके करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।

जारी की गई अधिसूचना

विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी द्वारा 19 सितंबर, 2024 को सीयू इंटरनेशनल एजुकेशनल ट्रस्ट के सचिव/चेयरमैन को एड्रेस करते हुए अधिसूचना जारी की गई है। इसके अनुसार, निजी क्षेत्र के अंतर्गत “चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, उन्नाव” का नाम उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) अध्यादेश, 2024 के तहत उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2019 की अनुसूची-2 में क्रमांक 45 पर सम्मिलित किया गया है। इसके साथ ही चंडीगढ़ विश्वविद्यालय उन्नाव, उत्तर प्रदेश के संचालन की अनुमति भी प्रदान की गई है। इस अधिसूचना के तहत विश्वविद्यालय को राज्य सरकार से आधिकारिक मान्यता प्राप्त हो गई है। साथ ही विश्वविद्यालय से अपेक्षा की गई है कि वह प्राधिकार पत्र में उल्लिखित शर्तों के अधीन विश्वविद्यालय का संचालन करेगा।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

प्रयागराज महाकुम्भ में आस्था और आधुनिकता का अनोखा संगम, पहली बार आगंतुक ले सकेंगे डोम सिटी का आनंद

Published

on

Loading

महाकुम्भ नगर  से त्रिवेणी के तट पर आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ को दिव्य भव्य और नव्य स्वरूप प्रदान करने का योगी सरकार का संकल्प है। इसे मूर्त रूप देने के लिए पर्यटन विभाग भी निजी संस्थाओं के साथ मिलकर नए प्रतिमान बना रहा है। महाकुम्भ नगर के अरैल क्षेत्र में तैयार हो रही डोम सिटी इसी की एक झलक देता है।

आस्था और आधुनिकता का अद्भुत मेल

संगम की रेती पर महाकुम्भ की शुरुआत के पूर्व ही आस्था और अध्यात्म की दुनिया आकार लेने लगी है। इस आयोजन के साक्षी बनने जा रहे करोड़ों पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए कुम्भ क्षेत्र आधुनिकता का एक ऐसा भव्य शहर तैयार हो रहा है जिसे देखकर हर किसी की आँखें चौंधिया जाए। आधुनिकता, भव्यता और अध्यात्म का यह अद्भुत मेल है डोम सिटी जिसे पर्यटन विभाग के सहयोग से एक निजी कंपनी ईवो लाइफ स्पेस प्रा. लि. तैयार कर रही है। कंपनी के निदेशक अमित जौहरी का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पर्यटन के नए कीर्तिमान स्थापित किए है। इसी श्रृंखला में उनकी यह कल्पना त्रिवेणी की रेत पर साकार हो रही है जिसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से सवा तीन हेक्टेयर जमीन उन्हें मिली है जिसमें देश की पहली डोम सिटी तैयार हो रही है।

महाकुम्भ में हिल स्टेशन का फील कराएगी डोम सिटी

यह पहला मौका होगा जब महाकुंभ में किसी स्थान पर स्टे करने के समय पर्यटक या श्रद्धालु किसी हिल स्टेशन की अनुभूति का अहसास कर सकेंगे। इस अनुभव का साक्षी बनने के लिए 51 करोड़ की लागत से तैयार हो रही है डोम सिटी। डोम सिटी बना रही ईवो लाइफ के डायरेक्टर अमित जौहरी के मुताबिक 15 से 18 फीट की ऊंचाई पर डोम सिटी बनाई जा रही है, जिसमें 32×32 के कुल 44 डोम बन रहे हैं। इसमें 360 डिग्री पोली कार्बन शीट के डोम हैं। ये पूरी तरह बुलेट प्रूफ और फायर प्रूफ हैं। पर्यटक इसमें अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 24 घंटे रहकर कुम्भ का नजारा देख सकते हैं। इसका अनुभव किसी हिल स्टेशन से महाकुम्भ का अवलोकन करने जैसा है।

डोम के साथ लग्जरी कॉटेज का भी मिलेगा लुत्फ

इस पूरी डोम सिटी में 176 कॉटेज भी बनाए जा रहे हैं जहां ठहरने की सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद रहेंगी। 16×16 की हर एक कॉटेज में एसी, गीजर और सात्विक आहार की व्यवस्था होगी। कॉटेज का किराया स्नान पर्व के दिन 81 हजार और सामान्य दिनों में 41 हजार होगा। इसी तरह डोम का किराया स्नान पर्व के दिन 1लाख 10 हजार और सामान्य दिनों के लिए 81 हजार रखा गया है। डोम की ऑनलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है। कॉटेज के वातावरण को आध्यात्मिक बनाने के लिए यहां धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन की प्रस्तुतियों की भी व्यवस्था होगी। नव्यता का यह प्रयास महाकुम्भ में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की पर्यटन की सुविधाओं का एक कीर्तिमान बनाने की तरफ ले जाएगी। कंपनी के निदेशक अमित जौहरी का कहना कि 23 दिसंबर को महाकुम्भ की तैयारियों का निरीक्षण करने आ रहे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ टेंट सिटी के निरीक्षण के समय डोम सिटी का भी निरीक्षण कर सकते हैं।

Continue Reading

Trending