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माल्या के बयान के बाद हमलावर हुई कांग्रेस, पीएम मोदी के लिए कह दी ये बड़ी बात

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कांग्रेस

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नई दिल्ली। विजय माल्या के बयान के बाद से मचे सियासी घमासान के बीच शुक्रवार को कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने पूछा कि इस पूरे मामले पर मोदी चुप्पी क्यों साधे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पूछा, “क्या यह चुप्पी मोदी और जेटली द्वारा दोष की स्वीकारोक्ति है?”

उन्होंने कहा, “मोदी सरकार के राज एक-एक कर बाहर आ रहे हैं, जोकि माल्या को कानून की गिरफ्त से भगाने के लिए सरकारी एजेंसियों जैसे सीबीआई, ईडी, एसएफआईओ और बैंकों की एक भयावह साजिश और गठबंधन का खुलासा कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “जेटली और एसबीआई की अगुवाई में बैंकों के समूह तथा सीबीआई/एसएफआईओ को इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जवाब देने की जरूरत है।”

कांग्रेस नेता ने कहा, “बैंकों के समूह ने माल्या मामले में सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे से 28 फरवरी 2016 को सलाह लेने के लिए मुलाकात की थी। दवे ने गुरुवार को ऑन रिकार्ड कहा कि उन्होंने एसबीआई प्रबंधन को अगले दिन सर्वोच्च न्यायालय जाने के लिए कहा था और माल्या के पासपोर्ट को जब्त करवाने के लिए कहा था। एसबीआई प्रबंधन और अन्य बैंक अगले दिन माल्या के खिलाफ कार्रवाई करने या उसे भागने से रोकने के लिए नहीं आए।”

उन्होंने पूछा, “मोदी सरकार में ऐसा कौन है, जिसने माल्या को विदेश भागने से रोकने के लिए एसबीआई व अन्य बैंकों को 29 फरवरी 2016 को सर्वोच्च न्यायालय नहीं जाने के लिए कहा?”

सुरजेवाला ने कहा, “बैंकों ने क्यों 5 मार्च 2016 का इंतजार किया, जब माल्या 2 मार्च को पहले ही देश से भाग चुका था। क्या माल्या को भगाने के लिए यह सभी एक भयावह साजिश का इशारा नहीं करते?”

उन्होंने कहा, “तत्कालीन अटॉर्नी जनरल और जेटली के करीबी दोस्त मुकुल रोहतगी ने भी यह चौंकाने वाला खुलासा किया था कि माल्या को संभवत: गुप्त सूचना मिली थी और इसलिए वह भाग गया।”

सुरजेवाला ने कहा, “अगर प्रधानमंत्री इस पर कार्रवाई नहीं करेंगे, तो इससे साबित होगा कि चौकीदार न केवल भागीदार है बल्कि दोषी भी है।”

नेशनल

कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग का एक्शन, महाराष्ट्र की डीजीपी रश्मि शुक्ला हटाई गईं

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मुंबई। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की शिकायत के बाद राज्य की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला का तबादला कर दिया गया है। विपक्ष की ओर से लगातार आईपीएस रश्मि शुक्ला को हटाने की मांग की जा रही थी।

जानकारी के मुताबिक, राज्य के नये पुलिस महानिदेशक का चयन जल्द ही किया जायेगा। राज्य प्रशासन को 5 नवंबर को दोपहर 1 बजे तक तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम केंद्रीय चुनाव आयुक्त को भेजने हैं। इससे पहले, मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फणसालकर को राज्य के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक ही चरण में सभी सीटों पर मतदान होना है। वहीं वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी। बता दें कि हाल ही में एक समीक्षा बैठक के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने अधिकारियों को न केवल निष्पक्ष रहने की चेतावनी दी थी, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन करते समय गैर-पक्षपातपूर्ण रहना होगा। वहीं 29 अक्टूबर को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने महाराष्ट्र में राजनीति से प्रेरित अपराधों पर चिंता व्यक्त की थी और डीजीपी रश्मि शुक्ला से ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा था।

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