Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

क्या सच में राजा भैया देंगे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ? शिवराज पर भी पड़ सकते हैं डोरे

Published

on

Loading

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस अपनी कमर कस रही है। कांग्रेस किसी भी हालत मे 2019 का लोकसभा चुनाव हारना नहीं चाहती है, इसलिए वह अपना हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद अब वह अपना फैसला बदलते  हुए छोटे दलों के साथ गठबंधन करने जा रही है।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भैया’ के साथ कांग्रेस अपने गठबंधन को लेकर बेहद ही गम्भीर है।सूत्रों की माने तो कांग्रेस शिवपाल के साथ अपने गठबंधन के सम्बन्ध में बातचीत भी कर चुकी है।

आपको बता दे, शिवपाल अखिलेश यादव से विवाद के चलते अपनी अलग पार्टी प्रसपा बना चुके है। सपा में टिकट ना मिलने से नाराज हुए नेता शिवपाल की पार्टी मे शामिल हो सकते है। कांग्रेस को लगता है की पुराने समाजवादी नेता होने की वजह से शिवपाल के साथ ये गठबंधन उसे सियासी फायदा पहुंचा सकता है।
इसी तरह राजा भैया ने भी सियासी समीकरण साधते हुए अपनी पार्टी से प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है। शिवपाल की तरह ही राजा भैया के खेमे में भी दूसरे दलों से नाराज नेताओं के आने की संभावना है। इनमे कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं। वहीं, राजा भैया को उम्मीद है कि बीजेपी मे टिकट ना मिलने वाले नेता भी उनकी पार्टी जनसत्ता दल मे सम्मलित हो सकते है।

दो दिन पहले लखनऊ मे राहुल के साथ रोड शो करने वाली प्रियंका गाँधी ने सियासी परिस्थितियों को भांपते हुए इस गठबंधन को लेकर अपने नेताओं को जिम्मेदारी सौंप दी है।सूत्रों के मुताबिक़ शिवपाल सिंह यादव से प्रियंका गांधी के प्रतिनिधि के रूप में कांग्रेस के दो नेताओं ने दो दिन पहले ही इस संबंध में भेंट की है। इन नेताओं में कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह का नाम बताया जा रहा है।

वहीं, अब शिवपाल यादव दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में प्रियंका वाड्रा के साथ बैठक भी करने वाले है। जहां दोनों मिलकर आगे की चुनावी रणनीतियां तय करेंगे।

रिपोर्ट-मानसी शुक्ला 

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा

Published

on

Loading

गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।

दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।

Continue Reading

Trending