Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी ये अच्छी खबर

Published

on

Loading

नई दिल्ली। कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से निकल पूरी दुनिया में फैल चुका है। भारत में भी यह वायरस बड़ी संख्या में लोगों को अपना शिकार बना चुका है।

हाल ही में इस वायरस ने देश में अपनी रफ्तार तेज कर दी है। इस जानलेवा बीमारी से सबसे ज्याद प्रभावित महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, बंगाल और दिल्ली हैं। इन राज्यों में कोरोना की वजह से सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं।

शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना वायरस से 80 फीसदी मौतें पांच राज्यों यानी महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, बंगाल और दिल्ली में हुई हैं, जबकि 60 फीसदी मौतें सिर्फ पांच शहरों यानी मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, अहमदाबाद और ठाणे में दर्ज की गई हैं।

इसी तरह 70 फीसदी मौतें सिर्फ 10 शहरों यानी मुंबई, अहमदाबाद, पुणे, दिल्ली, कोलकाता, इंदौर, ठाणे, जयपुर, चेन्नई और सूरत में हुई हैं।स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि कोरोना वायरस के 80 फीसदी मामले पांच राज्यों में सामने आए हैं, जिनमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली और मध्य प्रदेश शामिल हैं, जबकि 90 फीसदी मामले 10 राज्यों में देखने को मिले हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना वायरस के 60 फीसदी मामले सिर्फ पांच शहरों यानी मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, अहमदाबाद और ठाणे में सामने आए हैं, जबकि 70 फीसदी कोरोना मरीज 10 शहरों में पाए गए हैं। भारत में कोरोना वायरस के मरीज तेजी से रिकवर भी हो रहे हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अब देश में कोरोना वायरस के मरीजों की रिकवरी की दर 41 फीसदी है। पिछले 24 घंटे में 3334 कोरोना मरीज रिकवर हुए हैं। इस तरह अब तक 48 हजार 534 लोग रिकवर हो चुके हैं।

उन्होंने एक अच्छी खबर देते हुए बताया कि देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या सिर्फ 3.02 फीसदी है। 19 मई को कोरोना से मरने वालों की दर 3.13 फीसदी थी, जिसमें अब 0.32 फीसदी की कमी आई है। वहीं, अब तक देश में एक लाख 18 हजार 446 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 3 हजार 583 लोग दम तोड़ चुके हैं।

 

 

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

Published

on

Loading

हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

Continue Reading

Trending