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स्‍वाति सिंह पर है दहेज के लिए पीडि़त करने का आरोप

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स्‍वाति सिंह, दहेज के लिए पीडि़त करने का आरोप, दयाशंकर सिंह, श्वेता सिंह

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स्‍वाति सिंह, दहेज के लिए पीडि़त करने का आरोप, दयाशंकर सिंह, श्वेता सिंह

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भाजपा के निष्‍कासित नेता दयाशंकर की पत्‍नी हैं स्‍वाति सिंह

लखनऊ। भाजपा के निष्‍कासित पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के एक बयान ने देश में सियासी भूचाल ला दिया था। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ उनकी एक टिप्पणी ने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व तक को सकते में डाल दिया था। आनन फानन में दयाशंकर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया और अब उनकी गिरफ्तारी भी हो चुकी है।

दयाशंकर के आपत्तिजनक बयान के अगले ही दिन बसपा के नेताओं ने उनकी पत्नी और बेटी के खिलाफ आपत्तिजनक नारेबाजी  कर मायावती को मिलता दिख रहा सियासी फायदा खो दिया और इस सियासी फायदे की सूत्रधार बनी दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति सिंह। स्वाति सिंह के आक्रामक तेवर ने उन्हें परोक्ष रुप से ही सही भाजपा का स्टार बना दिया और पार्टी स्वाति के नाम को नारी सम्मान के साथ जोड़ कर सियासी नुकसान की भरपाई में लग गई।

स्वाति के तेवर और टी.वी. चैनलों पर उनके बयानों ने उन्हें अपनी और अपनी बच्ची की अस्मिता और मान सम्मान के लिए लड़ने वाली मज़बूत औरत के रुप में पेश किया लेकिन टी वी चैनलों पर नारी सम्मान की बात करती स्वाति सिंह का एक और चेहरा और उजागर किया उनकी सगी भाभी ने।

स्‍वाति सिंह की सगी भाभी श्वेता सिंह (परिवर्तित नाम) का आरोप है कि शादी के बाद से ही स्वाति सिंह और उनके परिवार वाले पैसों के लिए उनसे मारपीट और बुरा सुलूक करते रहे। श्वेता का विवाह स्वाति सिंह के भाई पुनीत सिंह के साथ 2005 में हुआ था, 2008 में श्वेता सिंह ने स्वाति और अन्य परिजनों के खिलाफ आशियाना थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी।

आठ साल बीत गए हैं, स्वाति के भाई पुनीत सिंह 2005 में बिना श्वेता से तलाक लिए दूसरी शादी कर ली है और स्वाति अपने बच्चे के साथ बिना किसी आर्थिक साहयता के रहने को मजबूर है। आज भी स्वाति सिंह और उनके परिजनों का नाम आते ही सिहर जाती हैं।

मजे की बात है कि आठ साल पुराने इस मामले में मुख्य आरोपी होने के बाद भी स्वाति सिंह का नाम पुलिस ने चार्जशीट से हटा दिया। श्वेता सिंह पुलिस की इस एकतरफा कार्रवाई से परेशान हैं। सी.ए. फाईनल इयर की स्टूडेन्ट श्वेता ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि आरोपी स्वाति सिंह का नाम जोड़ा जाए और सरकार उन्हें न्याय दिलाए।

स्वाति सिंह और उनके परिजनों के अत्याचारों से तंग श्वेता आज अपने भाईयों के घर पर रह रही है। वह और उनका बच्चा जीवनयापन के लिए पूरी तरह से श्वेता के भाईयों पर निर्भर हैं। स्वाति के भाई पुनीत सिंह ठेकेदारी करते हैं और उन्होंने पूरी तरह अपनी पत्नी और बच्चे का परित्याग कर दिया है।

इधर महिला सम्मान का नया चेहरा बनी स्वाति सिंह के घर में ही महिला की स्थिति को देखकर यह साफ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि महिला सम्मान के प्रति उनकी भावना क्या है। भाजपा के एक रखूखदार नेता की पत्नी का एक चेहरा ये भी है। अब देखना ये है कि श्वेता की अपील के बाद क्या राज्य सरकार उन्हें न्याय दिला पाती है।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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