Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

मुख्य समाचार

राज्यसभा में अन्नाद्रमुक का हंगामा, कार्यवाही चार बार स्थगित

Published

on

राज्यसभा में अन्नाद्रमुक का हंगामा, कार्यवाही चार बार स्थगित, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई की मांग, कार्ती पर भ्रष्टाचार के आरोप

Loading

राज्यसभा में अन्नाद्रमुक का हंगामा, कार्यवाही चार बार स्थगित, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई की मांग, कार्ती पर भ्रष्टाचार के आरोप

नई दिल्ली| राज्यसभा में मंगलवार को ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के सदस्यों ने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। इस वजह से दोपहर के भोजनावकाश से पहले सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित हुई। कार्ती पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। सुबह 11 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद एआईएडीएमके सदस्य सभापति के आसन के करीब पहुंच गए और ‘चिदंबरम और उनके बेटे को गिरफ्तार करो’ और ‘चिदंबरम पर कार्रवाई करो’ जैसे नारे लगाने लगे। इस विरोध प्रदर्शन के बीच पहले राज्यसभा के सभापति और बाद में उप सभापति ने सदन की कार्यवाही जारी रखने की कोशिश की।

पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई की मांग

कार्यवाही शुरू होने के बाद जब पहली बार हंगामा हुआ तो उप सभापति पी. जे. कुरियन ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। जब सदन की बैठक फिर शुरू हुई तो कुरियन ने यह घोषणा की कि एआईएडीएमके का नोटिस खारिज कर दिया गया है क्योंकि उसके लिए सही प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था। एआईएडीएमके के सदस्यों की नारेबाजी की वजह से शून्यकाल के दौरान कुछ ही सदस्य अपने मुद्दे उठा सके। विरोध प्रदर्शन कर रहे सदस्यों से कुरियन ने कहा कि कार्रवाई करना उनके हाथ में नहीं है। कुरियन ने कहा, “यह एक ऐसा मुद्दा है जिसका इस आसन से कोई लेना-देना नहीं है। आप किसी निजी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं तो आपको सरकार के पास जाना चाहिए। आप मुझे परेशान क्यों कर रहे हैं? ”

हंगामा जारी रहा तो सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। प्रश्नकाल के दौरान भी नजारा वैसा ही रहा। राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने एआईएडीएमके की नारेबाजी के बीच ही कुछ सवाल-जवाब चलने दिया। नारेबाजी से नाराज सभापति ने कहा, “आसन को ऐसा लग रहा है कि कुछ माननीय सदस्य किसी खास अखबार को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं जो कि बहुत अनुचित है।” इसके बाद सदन की कार्यवाही फिर 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद भी जब प्रदर्शन जारी रहा तो सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल दिसंबर में चेन्नई स्थित कुछ कंपनियों के परिसरों में छापे मारे थे। उन कंपनियों का कथित रूप से कार्ती से संबंध बताया गया है। कार्ती ने बाद में कहा था कि न तो वह और न ही उनके परिवार का कोई सदस्य इनमें से किसी भी कंपनी का शेयरधारक है।

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

Published

on

By

Loading

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

Continue Reading

Trending