Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

योगी मंत्रिपरिषद के लिए फार्मूला हुआ तय, सीएम के साथ 45 मंत्री ले सकते हैं शपथ, नामों पर मंथन जारी

Published

on

Loading

योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों के चयन को लेकर भगवा खेमे में मंथन जारी है। 25 मार्च की शाम चार बजे अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में होने वाले भव्य शपथ ग्रहण समारोह में योगी के साथ करीब 45 मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है। हालांकि इन चेहरों के चयन को लेकर पार्टी में मैराथन कवायद चल रही है। चुनाव जीतने वाले 255 में से करीब सवा सौ विधायकों का पूल बनाया गया है।

यूपी का चुनावी रण जीतने के बाद भाजपा मिशन-2024 को लेकर बेहद उत्साहित है। पार्टी ने इस मिशन के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। टीम योगी का चयन भी इसी कवायद का हिस्सा है। पार्टी चेहरों का चयन बेहद सोच-समझ कर ही कर रही है।

कुछ चेहरे प्रदेश नेतृत्व की पसंद हैं तो कुछ को दिल्ली दरबार हर हाल में सरकार में चाहता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सवा सौ विधायकों का जो पूल बनाया गया था,उसमें से करीब 70 नामों पर दिल्ली में मंथन के बाद सहमति बनी है। इन्हीं नामों में से 45 के करीब चेहरों का चयन किया जा रहा है।

2017 की तुलना में बदली हैं स्थितियां

दरअसल, इस बार पार्टी के सामने 2017 की तुलना में परिस्थितियां भी कुछ भिन्न हैं। तब पार्टी बदलाव के लिए लड़ी थी और इस बार ठहराव के लिए। पहले से ज्यादा विकल्प भी उपलब्ध हैं। पहले कार्यकाल में मंत्री पद पाने वालों का रिपोर्ट कार्ड भी नेतृत्व के सामने हैं। प्रशासनिक अनुभव वाले कई चेहरे भी इस बार हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेशनल्स के विकल्प भी हैं। यूपी की जीत के बाद चुनावी समीक्षा का निचोड़ भी उपलब्ध है कि 2024 को लेकर किन प्रयोगों को आगे बढ़ाना है।

बेटे-बेटियों का समायोजन मुश्किल

पीएम मोदी के सख्त रुख के बाद पार्टी नेताओं, सांसद-विधायकों के लाडलों को भी मंत्री पद मिलना संभव नहीं नज़र आ रहा है। क्षेत्रीय और सामाजिक गुणा-गणित के साथ ही बेहतर छवि वाले चेहरों को ही टीम योगी में जगह दिए जाने पर फोकस है। ऐसे में टीम योगी का इस बार पहले से पूरी तरह अलग दिखना तय माना जा रहा है।

धामी मॉडल ने जगाई केशव समेत कई की उम्मीदें

उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को विधायक दल का नेता चुने जाने के साथ ही यूपी में भी राजनैतिक हलचलें तेज हो गई हैं। सबसे ज्यादा चर्चा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सरकार में बने रहने को लेकर रही। हालांकि उनके सरकार में बने रहने की संभावनाएं पहले से ही बनी हुई हैं। इसके अलावा कई प्रदेश पदाधिकारी भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं, जिनमें से कुछ विधान परिषद के सदस्य भी हैं।

इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले चेहरों को लेकर है। इसे लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक मंथन और जोर आजमाइश का सिलसिला चल रहा है। इस बीच प्रदेश के राजनैतिक हलकों में यह सवाल तैरने लगा है कि क्या धामी मॉडल यूपी में भी लागू होगा।

चुनावी वैतरणी पार करने से चूके कई मंत्रियों और उनके करीबियों की उम्मीदें भी इस मॉडल ने जगा दी हैं। सिर्फ यही नहीं कई ऐसे मंत्री भी फिर वापसी को लेकर सक्रिय हैं, जिनकी परफारमेंस को लेकर पहले कार्यकाल में भी सवाल उठ रहे थे। पश्चिम से आने वाले विधान परिषद कोटे के एक मंत्री फिर वापसी चाहते हैं।

हालांकि मुजफ्फरनगर-शामली में पार्टी का प्रदर्शन भी उनका पीछा कर सकता है। प्रतापगढ़ से आने वाले एक अन्य मंत्री भी बने रहने को प्रयासरत हैं। उन्हें लेकर भी कई तरह की चर्चाएं हैं। इसके अलावा भाजपा के कई प्रदेश पदाधिकारी भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं।

IANS News

भाई-भतीजावाद खत्म कर सरकार कर रही निष्पक्ष-पारदर्शी भर्तियां : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयनित 701 वन दरोगाओं का नियुक्ति पत्र वितरण किया। शुक्रवार को लखनऊ के लोकभवन सभागार में वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने वन और पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों और सरकारी प्रतिबद्धताओं को साझा करते हुए सभी नव नियुक्त वन दरोगाओं को उनकी नई जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया और उन्हें बधाई दी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि सरकार प्रदेश में व्याप्त भाई-भतीजावाद को खत्म कर निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित की है।

सीएम योगी ने कहा कि यह नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष थी, जिसमें मेरिट के आधार पर युवाओं को उनके सपनों को साकार करने का मौका दिया गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की प्रशंसा करते हुए कहा कि 2017 से अब तक सात लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। यह पारदर्शिता और निष्पक्षता का परिणाम है कि युवाओं को बिना किसी भेदभाव के रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं।

प्रदेश में भर्ती प्रक्रिया से भाई-भतीजावाद और भेदभाव को खत्म किया – सीएम

सीएम योगी ने कहा कि पहले जब उत्तर प्रदेश में कोई भर्ती निकलती थी तो महाभारत के रिश्ते एक साथ टपक पढ़ते थे। हम लोगों ने इस पूरी भर्ती की प्रक्रिया से सारे नातेदारी और रिश्तेदारी को खत्म किया है। सीएम ने कहा कि संबंधित अधिकारियों और विभाग को बहुत ही स्पष्ट रूप से कहा गया कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता हमारे परिवार का हिस्सा है और कोई भी भेदभाव उनके साथ नहीं होना चाहिए, किसी भी नौजवान के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। सीएम ने कहा कि आपने देखा होगा कि सारी प्रक्रियाओं को बेहद पारदर्शी तरीके से संपन्न किया जा रहा है। सीएम योगी ने चयनित अभ्यर्थियों से कहा कि सरकार इतने पारदर्शी तरीके के साथ इस पूरे प्रक्रिया को संपन्न करवाने के लिए आयोग और बोर्ड की मदद से इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा रही है इसलिए सरकार आपसे बेहतर पारदर्शी और निष्पक्ष कार्य की अपेक्षा भी करती है।

साढ़े सात वर्षों में 7 लाख से अधिक नौजवानों को दी नौकरी

सरकार बनते ही 2017 में हमने सभी आयोग और बोर्ड को बहुत ही स्पष्ट रूप से कहा था कि भाई याद रखना नियुक्ति की प्रक्रिया में उसकी सुचिता उसके पारदर्शिता में किसी भी प्रकार का कहीं खोट नजर नहीं आना चाहिए और जो भी जिस भी स्तर पर लापरवाही होगी वहां पर जवाब देही भी सुनिश्चित होगी और उसका परिणाम है कि गत साढ़े सात वर्ष के अंदर हम 7 लाख से अधिक नौजवानों को उत्तर प्रदेश सरकार में सरकारी नौकरी देने में सफल हुए जो प्रधानमंत्री मोदी जी का विजन था कि यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शी और ईमानदारी तरीके से संपन्न होने चाहिए आज वह प्रक्रिया प्रदेश के अंदर पूरी मजबूती के साथ उतारी जा रही है

साढ़े सात वर्ष में यूपी ने अपनी अर्थव्यवस्था दोगुनी की – सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि पिछले साढ़े सात वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश ने अपने अर्थव्यवस्था को लगभग दोगुनी करने में सफलता प्राप्त की है। प्रति व्यक्ति आय दोगनी हुई है। 7 लाख से अधिक नौजवानों को तो हम सरकारी नौकरी दे दिए हैं और हम दो करोड़ से अधिक युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी का अवसर प्रदान करने सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश परंपरागत उद्यम को पुनर्जीवित किया है। आज प्रदेश में रोजगार की कमी नहीं है और यह तो हमारा सौभाग्य है कि देश का सर्वाधिक युवा हमारे पास है और वह कामकाजी है स्किल मैनपॉवर है, उसकी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ हम राज्य के लिए ले रहे हैं। कोई सरकारी नौकरी के माध्यम से कोई स्टार्टअप के माध्यम से कोई एमएसएमई के माध्यम से जीवन के अलग-अलग फील्ड में जा करके वह अपना योगदान दे रहा है।

सरकारी नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर रही सरकार – योगी

सीएम योगी ने कहा कि नवनियुक्त 701 वन दरोगाओं में 140 महिलाएं शामिल हैं, जो महिला आरक्षण नीति के तहत किए गए प्रयासों का प्रमाण है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह हमारी प्रतिबद्धता है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर प्रदान किए जाएं। महिलाओं की भागीदारी पर्यावरण संरक्षण के अभियान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश की सभी भर्ती प्रक्रिया में 20 प्रतिशत महिलाओं का चयन कर रह है। आगमी पुलिस भर्ती में भी बड़ी संख्या में महिलाओं का चयन सुनिश्चित किया जाएगा।

पर्यावरण संरक्षण की चुनौतियों निपटना जरूरी – योगी

सीएम योगी ने ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसे मुद्दों को आज के समय की सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि लखनऊ समेत प्रदेश के कई क्षेत्रों में हाल ही में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण स्कूलों को बंद करना पड़ा। यह स्थिति हमें चेतावनी देती है कि हमें पर्यावरण के प्रति और अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने वन विभाग को पर्यावरण संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि समस्या मानवजनित है तो समाधान भी मानव को ही ढूंढना होगा। उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों को पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने और सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी।

प्लास्टिक मुक्त जीवन के लिए समाज को करना होगा जागरूक – मुख्यमंत्री

सीएम योगी ने प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों पर प्रकाश डालते हुए वन विभाग को इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण, वन्यजीवों, और जल स्रोतों के लिए गंभीर संकट खड़ा कर रहा है। इसे रोकने के लिए बड़े पैमाने पर सामुदायिक सहयोग और जागरूकता अभियान जरूरी है। हमें लोगों को प्लास्टिक के विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा और इसके दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करना होगा।

वन संरक्षण में जनभागीदारी सबसे अहम – सीएम

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े सात वर्षों में 200 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए गए हैं, जिनमें से 75% वृक्ष जीवित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सफलता सरकार की सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने की नीति का परिणाम है। जब जन आंदोलन किसी अभियान का हिस्सा बनता है, तो उसकी सफलता निश्चित होती है। यही रणनीति हमें वन और पर्यावरण संरक्षण में भी अपनानी होगी। उन्होंने वन विभाग को स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय बनाकर वृक्षारोपण और वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि वनों का संरक्षण केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं है। यह जनभागीदारी के बिना संभव नहीं है।

वन और वन्यजीव हमारे पर्यावरण का अभिन्न हिस्सा – सीएम योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन्यजीव संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि वन और वन्यजीव हमारे पर्यावरण का अभिन्न हिस्सा हैं। हमें वनों और वन्यजीवों के बीच संतुलन बनाए रखना होगा। इसके साथ ही, इको-टूरिज्म को बढ़ावा देकर इसे एक आर्थिक अवसर के रूप में विकसित किया जा सकता है। सीएम योगी ने वन विभाग के कर्मियों को निर्देश दिया कि वे स्थानीय समुदायों को इको-टूरिज्म के महत्व और वन्यजीव संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाएं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े परिणाम ला सकते हैं।

सीएम ने वन दरोगाओं को उनकी जिम्मेदारियों से कराया अवगत

मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त वन दरोगाओं से कहा कि उनकी जिम्मेदारी केवल वनों और पर्यावरण की सुरक्षा तक सीमित नहीं है। उन्हें वन्यजीवों के संरक्षण, जैव विविधता को बनाए रखने और स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय स्थापित करने की दिशा में भी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग का हर कर्मचारी एक पर्यावरण प्रहरी है। आपकी भूमिका केवल कार्यालयों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। आपको गांवों और समुदायों तक पहुंचकर उन्हें पर्यावरण संरक्षण की अहमियत समझानी होगी।

वन विभाग को सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता – सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि वन विभाग को सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने 701 वन दरोगाओं की नियुक्ति को इस दिशा में एक बड़ा कदम बताया और भरोसा जताया कि ये कर्मी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से उत्तर प्रदेश को पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने सभी वन दरोगाओं और उनके परिवारों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपकी नियुक्ति न केवल उत्तर प्रदेश के वनों और पर्यावरण को संरक्षित करने में सहायक होगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।

वन दरोगाओं को उनके परिवारों और शुभचिंतकों की उम्मीदों पर खरा उतरने की प्रेरणा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य हमें पहचान और सम्मान दे रहा है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे हर संभव तरीके से सशक्त और समृद्ध बनाएं।

नियुक्ति पत्र पाकर खिले अभ्यर्थियों के चेहरे

नियुक्ति पत्र पाकर सभी अभ्यर्थी उत्साहित दिखे, सभी ने सीएम योगी के नेतृत्व में पारदर्शी प्रक्रिया के तहत हुई चयन प्रक्रिया की सराहना की और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में वन पर्यावरण जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, राज्य मंत्री केपी मलिक, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण अनिल कुमार समेत विभाग के कई अधिकारी व गणमान्य उपस्थित रहे।

Continue Reading

Trending