हेल्थ
जीनीय संरचना में परिवर्तन से हृदय रोग का खतरा
लंदन| वैज्ञानिकों ने जीन की संरचना में होने वाले ऐसे परिवर्तन का अध्ययन किया है जो मांसपेशियों और दिल के विकारों के लिए जिम्मेदार है। लंदन के इंपीरियल कॉलेज के वैज्ञानिकों ने जेब्रा के समान धारी वाली मछली में डोमेन युक्त ‘पोपाई’ नामक जीन में परिवर्तन का पता लगाया है जो मांसपेशियों और हृदय के कार्यो को प्रभावित करते हैं।
जीन ऐसे प्रोटीन का निर्माण करते हैं जो मांसपेशियों की कोशिकाओं को साथ रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं लेकिन जीन उत्परिवर्तन के वक्त मांसपेशियों की कोशिकाएं कमजोर होकर टूटने लगती हैं।
जीन उत्परिवर्तन को पहली बार इटली के फरारा विश्वविद्यालय और बीजिंग जियोनामिक्स इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने खोजा था। वैज्ञानिकों ने इटली के एक ऐसे परिवार की अनुवांशिकी का अध्ययन किया था, जिसमें परिवार के सभी सदस्य मांसपेशी डिस्ट्रॉफी (कुपोषण) रोग से पीड़ित थे।
यह परिवार ‘कार्डिएक अरीहिथीमिया’ रोग से भी ग्रसित था जिसमें दिल की धड़कनें आसामान्य हो जाती हैं।
इस अध्ययन के मुख्य लेखक थॉमस ब्रैंड के अनुसार, “यह इस विशिष्ट प्रकार के जीन का पहला उदाहरण है जो मांसपेशी और हृदय दोनों ही रोगों के लिए जिम्मेदार है।”
यह शोध ‘क्लीनीकल इंवेस्टिगेशन’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
हेल्थ
दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी
नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.
एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.
डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।
डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।
-
ऑफ़बीट2 days ago
बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन
-
नेशनल2 days ago
आज शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय जाएंगे पीएम मोदी, कार्यकर्ताओं को करेंगे संबोधित
-
खेल-कूद3 days ago
IND VS AUS: पर्थ में भारतीय गेंदबाजों का कहर, बैकफुट पर ऑस्ट्रेलिया, 67 रनों पर गंवाए 7 विकेट
-
Success Story3 days ago
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत
-
नेशनल2 days ago
संजय राउत को महाराष्ट्र के नतीजे मंजूर नहीं, कहा- ये कैसा लोकतंत्र है, प्रदेश की जनता के साथ हुई बेईमानी
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS : दूसरी पारी में मजबूत स्थिति में भारत, केएल राहुल और यशस्वी ने जड़ा अर्धशतक
-
नेशनल2 days ago
महाराष्ट्र के रुझानों में महायुति को प्रचंड बहुमत, MVA को तगड़ा झटका
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार