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प्रादेशिक

गुजरात में 3 और पाए गए कोरोना पॉजिटिव, संख्या बढ़कर हुई 73

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प्रतीकात्मक फोटो

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नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मामले हर दिन के साथ दुनिया भर में बढ़ते चले जा रहे हैं। फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन इजाद नहीं हो सकी है। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग और ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांचकर इस वायरस पर काबू पाया जा सकता है।

इस बीच स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़े के मुताबिक गुजरात में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, गुजरात के प्रमुख सचिव जयंती रवि ने कहा कि मंगलवार को तीन और पॉजिटिव मामले पाए गए हैं। वे सभी स्थानीय तौर पर संक्रमित हुए हैं।

अहमदाबाद के एक 55 वर्षीय पुरुष और गांधीनगर की एक 32 वर्षीय महिला अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। एक और पॉजिटिव मामला राजकोट में सामने आया है। यहां एक 28 साल के पुरुष को क्राइस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

रवि ने कहा, अच्छी खबर यह है कि इलाज के बाद कोरोना के पांच मरीजों को छुट्टी दे दी गई है। पांच की हालत स्थिर है, जबकि दो वेंटिलेटर पर हैं।

नए मामले सामने आने के बाद अब राज्य में कोरोना के कुल 73 मामले हो चुके हैं। यहां अभी तक छह लोगों की मौत भी हो चुकी है। सबसे ज्यादा मामले अहमदाबाद में देखने को मिले हैं, जहां कुल 24 लोग संक्रमित हैं।

इसके बाद राजकोट और गांधीनगर में 10-10, सूरत और वडोदरा नौ-नौ, गिर-सोमनाथ में दो पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। वहीं पोरबंदर, महेसाणा और कच्छ सभी में एक-एक संक्रमित लोग हैं। कुल 73 पॉजिटिव मामलों में से 32 लोगों का विदेश यात्रा करने का इतिहास रहा है।

 

 

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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