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उत्तराखंड

भारी बारिश के चलते कई मकान और खेत हुए बर्बाद

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उत्तराखंड में भारी बारिश, कई मकान और खेत बर्बाद, गढ़वाल में गोपेश्वर के घाट ब्लॉक, जाखणी गांव में रोड़ा नाले की गर्जना

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उत्तराखंड में भारी बारिश, कई मकान और खेत बर्बाद, गढ़वाल में गोपेश्वर के घाट ब्लॉक, जाखणी गांव में रोड़ा नाले की गर्जना

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उत्तराखंड में 24 घंटे भारी बारिश का अलर्ट

गोपेश्वर/कोटद्वार। गढ़वाल में गोपेश्वर के घाट ब्लॉक के माणखी, जाखणी, चोपड़ाकोट, चरी और कांडई गांवों में भारी बारिश कहर बनकर टूटी। जाखणी गांव में रोड़ा नाले की गर्जना से सहमे गांव के 40 परिवारों ने देर शाम ही मंदिर में शरण ले ली थी। दहशत के मारे यह परिवार मंगलवार को भी मंदिर में ही डटे रहे। भारी बारिश के चलते गांवों में मकानों और खेती को बड़ा नुकसान पहुंचा है।

रोड़ा गदेरे के मलबे से हिम ऊर्जा की जल विद्युत परियोजना ठप पड़ गई। माणखी गांव में भी बरसाती गदेरा उफनाने से गांव के 70 परिवारों ने प्राथमिक विद्यालय में शरण लेने की तैयारी कर दी थी।

माणखी के ग्राम प्रधान राकेश सती का कहना है कि ग्रामीणों ने अपने घरों से जरूरी सामान, जेवरात और बच्चों के स्कूल बैग भी विद्यालय तक पहुंचा दिए थे, लेकिन रात साढ़े सात बजे बारिश धीमी पड़ी तो ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।

शाम साढ़े पांच बजे से शुरू हुई बारिश रात आठ बजे पूरी तरह थम गई। चरी गांव में रणजीत सिंह और जगदीश सिंह के मकान बरसाती नाले के कटाव से रहने लायक नहीं रह गए हैं।

चोपड़ाकोट गांव में करीब दो सौ नाली कृषि भूमि मलबे में दफन हो गई है। माणखी गांव के दस मकानों में दरारें आ गई हैं। माणखी, जाखणी और चरी गांवों में चार पैदल पुलिया बह गई हैं।

कांडई-माणखी (13 किमी) सड़क मलबा आने से अवरुद्ध हो गई थी, जिसे बाद में आवाजाही के लायक बना दिया गया।

जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी जोशी का कहना है कि घाट क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा कार्यों में भी कोताही बरती गई है।

जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने कहा कि क्षतिग्रस्त पुलियाओं के निर्माण और क्षेत्र में राशन की आपूर्ति सुनिश्चित करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

दूसरी ओर कोटद्वार में भी तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से दुगड्डा और यमकेश्वर क्षेत्र की तीन सड़कें बाधित हो गई हैं।

भारी बारिश के चलते मंगलवार के भाबर क्षेत्र के नदी-नाले उफान पर रहे। हालांकि बारिश से काश्तकारों के चेहरे खिले हुए हैं।

काश्तकार धान की फसल की तैयारियों में जुट गए हैं। किसानों का कहना है कि बारिश अच्छी रही तो धान की फसल बढ़िया होने की उम्मीद है।

पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश से भाबर की नदियां मालन, खोह और सुखरौ उफान पर रही। प्रशासन ने बरसात के सीजन को देखते हुए नदी तट के लोगों को सतर्क किया है।

मंगलवार सुबह भारी बारिश से दुगड्डा लोनिवि खंड की तीन सड़कें भृगुखाल-थनूड़ मोटर मार्ग, दूणी-मांडई और पौखाल-कण्वाश्रम मोटर मार्ग पर जगह-जगह मलबा आबय्या।त पहाड़ी दरकने के चलते सड़कों पर आवागमन ठप हो गया। लोगों को मीलों पैदल चलकर गंतव्य तक पहुंचना पड़ा।

मानसून की दस्तक के साथ ही अच्छी बारिश के बाद मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में प्रदेश के सात जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बारिश के कारण तापमान में भी कमी आ सकती है। चारधाम यात्रा मार्गों पर भी तेज बारिश के आसार हैं।

वहीं बुधवार को केदारनाथ में मौसम खराब बना रहा। बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आने से तीर्थयात्रियों को परेशानी की सामना करना पड़ा। हालांकि राजधानी देहरादून में सुबह से मौसम साफ बना रहा।

मंगलवार को कुछ जगहों को छोड़कर प्रदेश भर में मानसून की पहली बारिश हुई। राजधानी में भी सुबह से शुरू हुई बारिश दोपहर तक जारी रही। इसके अलावा कई और जगहों पर बारिश दर्ज की गई।

मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश में ऊधमसिंह नगर, चंपावत, पिथौरागढ़, नैनीताल, पौड़ी, हरिद्वार और देहरादून में आगामी 24 घंटे भारी बारिश का अलर्ट है।

उत्तराखंड

केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता का किया धन्यवाद

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देहरादून: केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत से साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जनता का विश्वास बढ़ता जा रहा है। ब्रांड मोदी के साथ साथ ब्रांड धामी तेजी से लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं। इस उपचुनाव में विरोधियों ने मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ कुप्रचार करके निगेटिव नेरेटिव क्रिएट किया और पूरे चुनाव को धाम बनाम धामी बना दिया। कांग्रेस के शीर्ष नेता और तमाम विरोधी एकजुट होकर मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे। बावजूद इसके धामी सरकार की उपलब्धियों और चुनावी कौशल से विपक्ष के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। धामी के कामकाज पर जनता ने दिल खोलकर मुहर लगाई।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल नाम भर नहीं है, बल्कि एक ब्रांड हैं। मोदी के हर क्रियाकलाप का प्रभाव जनता के बड़े हिस्से को प्रभावित करता है इसलिए पिछले दो दशकों से वह देश के सबसे भरोसेमंद ब्रांड बने हुए हैं। ब्रांड मोदी की बदौलत केन्द्र ही नहीं राज्यों में भी भाजपा चुनाव जीतती चली आ रही है। उनके साथ ही राज्यों में भी भजपा के कुछ नेता हैं जो एक ब्रांड के रूप में अपनी पार्टी के लिए फयादेमंद साबित हो रहे हैं। तेजी से उभर रहे ऐसे नेताओं में से एक हैं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। सादगी, सरल स्वभाव, संवेदनशीलता और सख्त निर्णय लेने की क्षमता, ये वो तमाम गुण हैं जिनकी बदौलत पुष्कर सिंह धामी लोकप्रिय बनते जा रहे हैं। धामी ने उत्तराखण्ड में अपने कम समय के कार्यकाल में कई बड़े और कड़े फैसले लिए, जिससे देशभर में उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ। खासकर यूसीसी, नकलरोधी कानून, लैंड जिहाद, दंगारोधी कानून, महिला आरक्षण आदि निर्णयों से वह देश में नजीर पेश की चुके हैं। उनकी लोकप्रियता का दायरा उत्तराखण्ड तक ही सीमित नहीं है वह पूरे देश में उनकी छवि एक ‘डायनेमिक लीडर’ की बन चुकी है।

 

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