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आईपीएल : पहले एलिमिनेटर में आज भिड़ेंगे हैदराबाद, कोलकाता

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आईपीएल : पहले एलिमिनेटर में आज भिड़ेंगे हैदराबाद, कोलकाता

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आईपीएल : पहले एलिमिनेटर में आज भिड़ेंगे हैदराबाद, कोलकाता

नई दिल्ली| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नौवें संस्करण के पहले एलिमिनेटर में दो बार की विजेता कोलकाता नाइट राइडर्स टीम बुधवार को फिरोजशाह कोटला मैदान पर सनराइजर्स हैदराबाद से भिड़ेगी। अंक तालिका में हैदराबाद से एक स्थान नीचे रहने वाली कोलाकाता ने डेविड वार्नर के नेतृत्व वाली टीम को अपने पिछले दोनों लीग मैचों में हराया था। इस मैच में भी कोलकाता का पलड़ा हैदराबाद पर भारी है।

रविवार को हुए मैच में कोलकाता को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए हर हाल में जीत की जरूरत थी और उसने हैदराबाद को 22 रनों से हराकर अंतिम चार में अपनी जगह पक्की की।

दोनों टीमों की सलामी जोड़ी काफी मजबूत है और आईपीएल में अपनी-अपनी टीमों को यहां तक पुहंचाने में अहम भूमिका निभाई है।

कप्तान गौतम गंभीर और रोबिन उथप्पा की सलामी जोड़ी पर कोलकाता की बल्लेबाजी काफी हद तक निर्भर है। वहीं, वार्नर और शिखर धवन की सलामी जोड़ी ने हैदराबाद को हमेशा अच्छी शुरुआत दी है।

गंभीर ने अभी तक खेले गए 14 मैचों में 473 रन बनाए हैं जिसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं। उथप्पा ने इतने ही मैचों में 383 रन बनाए हैं। इन दोनों के अलावा कोलकाता के लिए हरफनमौला खिलाड़ी यूसुफ पठान ने भी पिछले कुछ मैचों में बल्ले से अहम योगदान दिया है।

कोलकाता के मध्यक्रम की जिम्मेदारी युवा मनीष पांडेय के कंधों पर होगी। उनके अलावा आंद्रे रसेल, कोलिन मुनरो और शाकिब अल हसन पर भी अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी होगी।

बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव ने पिछले मैच में अपनी गेंदाबाजी से सभी को प्रभावित किया था। उनके फॉर्म में आने के कारण गंभीर के पास गेंदबाजी में विकल्प बढ़ गए हैं। गंभीर के पास गेंदबाजी में लेग स्पिनर पीयूष चावला, सुनील नरेन, जैसन होल्डर, र्मोने मोर्केल, अंकित राजपूत और उमेश यादव के विकल्प मौजूद हैं।

वहीं, इस आईपीएल में हैदराबाद की गेंदबाजी सबसे मजबूत रही है। टीम के लिए युवा भुवनेश्वर कुमार, मुस्तफिजुर रहमान और आशीष नेहरा ने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन नेहरा का चोटिल हो जाना वार्नर के लिए बड़ी चिंता का विषय है। टीम को नेहरा के बिना ही मैदान पर उतरना पड़ेगा।

बल्लेबाजी में वार्नर, धवन, केन विलियमसन और विकेटकीपर नमन ओझा ने अच्छा योगदान दिया है।

युवराज सिंह और मोइजेज हेनरिक्स ने भी टीम को समय-समय पर मुश्किल परिस्थिति से उबारा है।

टीमें (संभावित) :

कोलकाता नाइट राइडर्स :- गौतम गंभीर (कप्तान), रोबिन उथप्पा, मनीष पांडेय, यूसुफ पठान, सूर्यकुमार यादव, पीयूष चावला, सुनील नरेन, अंकित सिंह राजपूत, मोर्ने मोर्केल, क्रिस लिन, कोलिन मुनरो, ब्राड हॉग, शॉन टेट, जेसन होल्डर, उमेश यादव, शेल्डन जैकसन, जयदेव उनादकट, राजगोपाल सतीश।

सनराइजर्स हैदराबाद : डेविड वार्नर (कप्तान), आशीष रेड्डी, रिकी भुई, बिपुल शर्मा, ट्रेंट बाउल्ट, बेन कटिंग, शिखर धवन, मोइजेज हेनरिक्स, दीपक हुड्डा, सिद्धार्थ कौल, भुवनेश्वर कुमार, अभिमन्यु मिथुन, इयोन मोर्गन, मुस्तफिजुर रहमान, नमन ओझा, विजय शंकर, कर्ण शर्मा, बरेंदर सरन, त्रिमालसेट्टी सुमन, आदित्य तारे, केन विलियमसन और युवराज सिंह।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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