लॉकडाउन के दौरान यूपी के सभी दफ्तर और शहरों और गांवों के बाज़ार, मंडी और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
ज़रूरी सेवाएं पहले की तरह खुलेंगी। स्वास्थ्य और जरूरी सेवाएं पहले की तरह खुले रहेंगे। कोरोना वॉरियर, स्वास्थ्य, स्वच्छता कर्मी के आने जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।
पूरे प्रदेश में बाजार और सरकारी, गैर सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।
सार्वजनिक साधनों के साथ रोडवेज की बसें नहीं चलेंगी। हांलाकि राष्ट्रीय और स्टेट हाईवे पर वाहनों की आवाजाही जारी रहेगी।
रेलों का चलना जारी रहेगा। ट्रेन से आने वाले यात्रियों के के लिए बसों की व्यवस्था सड़क परिवहन विभाग कराएगा।
हवाई जहाज चलेंगे। घर से एयरपोर्ट आने-जाने की छूट होगी।
मालवाहक वाहनों के आने जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।
पेट्रोल पंप खुले रहेंगे।
नेशनल हाईवे -स्टेट हाईवे के किनारे पेट्रोल पंप और ढाबे भी खुले रहेंगे।
शहरों में लगातार काम करने वाले औद्योगिक कारखानों को छोड़कर सभी बंद रहेंगे।
इस दौरान शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के औद्योगिक कारखाने खुले भी खुले रहेंगे, लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना होगा।
ग्रामीण क्षेत्र में स्थित औद्योगिक कारखाने खुले रहेंगे।
लॉकडाउन के दौरान एक्सप्रेसवे, बड़े पुल और सड़कों का निर्माण जारी रहेगा।
सरकार के बड़े कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स जैसे हाइवेज, एक्सप्रेसवेज, फ्लाईओवर के काम चलेंगे।
इस दौरान बड़े पैमाने पर सैनिटाइजेशन का काम किया जाएगा।
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।
जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।
नगर कोतवाली नंबर वन
एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।
नोट- थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।
क्या है आइजीआरएस
एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।
प्रत्येक माह होती है शासन स्तर पर समीक्षा
आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें।