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उत्तराखंड

गिफ्ट देने के बहाने बंधक बनाकर की लाखों की लूट

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गिफ्ट देने के बहाने, हथियारबंद बदमाशों, हल्द्वानी, पीडब्ल्यूडी इंजीनियर, घर में लूटपाट

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गिफ्ट देने के बहाने, हथियारबंद बदमाशों, हल्द्वानी, पीडब्ल्यूडी इंजीनियर, घर में लूटपाट

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हल्द्वानी। गिफ्ट देने के बहाने घर में घुसे हथियारबंद बदमाशों ने पीडब्ल्यूडी इंजीनियर के घर में लूटपाट की। बदमाशों ने इंजीनियर और उनकी पत्नी के हाथ-पैर और मुंह बांध दिया। उनके मोबाइल फोन छीन लिए और टेलीफोन की लाइन भी काट दी।

बदमाशों ने एक घंटे तक घर में लूटपाट की। बदमाश इंजीनियर की सोने की चेन, उनकी पत्नी के लाखों के जेवर और 26 हजार रुपये लूट ले गए। जाते समय बदमाश पुलिस को सूचना देने पर उनके बच्चों को जान से मारने की धमकी भी दे गए। बदमाशों की संख्या चार बताई जाती है।

मूलरूप से ओखलकांडा ब्लॉक के भीड़ापानी निवासी मोहन चंद्र शर्मा पीडब्लूडी निर्माण खंड हल्द्वानी में एई हैं। वह पॉलीशीट के तुलसीनगर में पत्नी हेमलता के साथ रहते हैं। उनका बेटा अभितोष एयरफोर्स में फाइटर पायलट है। बड़ी बेटी मनिका बंगलूरू में सॉफ्टवेयर इंजीनियर और छोटी बेटी तनिका एमबीबीएस इंटर्न कर रही हैं। इंजीनियर का परिवार दोमंजिले में रहता है जबकि नीचे किरायेदार रहते हैं।

मोहन चंद्र शर्मा दो दिन से अवकाश पर थे। शुक्रवार को वह पत्नी के साथ टीवी देख रहे थे। इसी बीच 12 बजकर 20 मिनट पर चार युवक उनके दरवाजे पर पहुंचे। इंजीनियर ने दरवाजा खोला तो युवकों ने बताया कि वे वुडहिल से गिफ्ट लेकर आए हैं। दरवाजा खोलते ही बदमाशों ने इंजीनियर को चाकू और रिवाल्वर के बल पर बंधक बना लिया।

पत्नी हेमलता देखने आई तो उसको भी बंधक बना लिया। बदमाशों ने दुपट्टे और चादर से दंपति के हाथ-पैर और मुंह बांध दिया। इसके बाद बदमाशों ने इंजीनियर के गले से सोने की चेन, हेमलता के कुंडल, मंगलसूत्र, चेन और सोने की चूड़ियां लूट लीं। फिर अलमारी के ताले तोड़कर 26 हजार नकद, डायमंड सेट, सोने की चेन, दो मंगलसूत्र और अन्य कीमती सामान भी लूट लिया।

लूटपाट करने के बाद बदमाश निकल गए। बदमाशों के जाने के बाद इंजीनियर ने किसी तरह खुद को बंधन मुक्त किया फिर पत्नी के हाथ-पैर खोले। इसके बाद इंजीनियर शर्मा पड़ोसी के घर पहुंचे और मोबाइल मांगकर अपने जेठू विनोद जोशी को घटना की जानकारी।

सूचना मिलने के बाद एसपी सिटी यशवंत सिंह चैहान, सीओ राजेंद्र सिंह ह्यांकी और दो थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटना का जायजा लेने के बाद होटलों और ढाबों की चेकिंग की, लेकिन बदमाशों का पता नहीं चल सका।

बदमाश जिस गिफ्ट पैक को लेकर आए थे। उसमें एक ईंट का टुकड़ा और कागज रखे थे। उन्होंने इंजीनियर को चकमा देने के लिए यह काम किया था। इंजीनियर ने बताया कि चारों बदमाशों के पास असलहे और चाकू थे। वे गर्दन हिलाने पर गोली मारने की धमकी दे रहे थे।

 

 

उत्तराखंड

केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनता का किया धन्यवाद

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देहरादून: केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा को मिली जीत से साबित हो गया है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर जनता का विश्वास बढ़ता जा रहा है। ब्रांड मोदी के साथ साथ ब्रांड धामी तेजी से लोगों के दिलों में जगह बना रहे हैं। इस उपचुनाव में विरोधियों ने मुख्यमंत्री धामी के खिलाफ कुप्रचार करके निगेटिव नेरेटिव क्रिएट किया और पूरे चुनाव को धाम बनाम धामी बना दिया। कांग्रेस के शीर्ष नेता और तमाम विरोधी एकजुट होकर मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे। बावजूद इसके धामी सरकार की उपलब्धियों और चुनावी कौशल से विपक्ष के मंसूबे कामयाब नहीं हो पाए। धामी के कामकाज पर जनता ने दिल खोलकर मुहर लगाई।

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल नाम भर नहीं है, बल्कि एक ब्रांड हैं। मोदी के हर क्रियाकलाप का प्रभाव जनता के बड़े हिस्से को प्रभावित करता है इसलिए पिछले दो दशकों से वह देश के सबसे भरोसेमंद ब्रांड बने हुए हैं। ब्रांड मोदी की बदौलत केन्द्र ही नहीं राज्यों में भी भाजपा चुनाव जीतती चली आ रही है। उनके साथ ही राज्यों में भी भजपा के कुछ नेता हैं जो एक ब्रांड के रूप में अपनी पार्टी के लिए फयादेमंद साबित हो रहे हैं। तेजी से उभर रहे ऐसे नेताओं में से एक हैं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। सादगी, सरल स्वभाव, संवेदनशीलता और सख्त निर्णय लेने की क्षमता, ये वो तमाम गुण हैं जिनकी बदौलत पुष्कर सिंह धामी लोकप्रिय बनते जा रहे हैं। धामी ने उत्तराखण्ड में अपने कम समय के कार्यकाल में कई बड़े और कड़े फैसले लिए, जिससे देशभर में उनकी लोकप्रियता में इजाफा हुआ। खासकर यूसीसी, नकलरोधी कानून, लैंड जिहाद, दंगारोधी कानून, महिला आरक्षण आदि निर्णयों से वह देश में नजीर पेश की चुके हैं। उनकी लोकप्रियता का दायरा उत्तराखण्ड तक ही सीमित नहीं है वह पूरे देश में उनकी छवि एक ‘डायनेमिक लीडर’ की बन चुकी है।

 

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