प्रादेशिक
गांव में ही था छिपा था बदायूं हैवानियत का मुख्य गुनहगार, गिरफ्तार
बदायूं | उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक महिला के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में मुख्य आरोपी सत्यनारायण को पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया है। सत्यनारायण पर पुलिस ने 50 हजार रु का इनाम घोषित किया हुआ था। हैरानी की बात ये है कि जिस सत्यनारायण की तलाश में पुलिस टीमें उत्तराखंड, बरेली, चंदौसी और कासगंज में दबिश देती रहीं वो घटना के बाद से ही उसी गाँव में छिपा रहा।
हालांकि बदायूं पुलिस ने घटना के बाद से ही पूरे उघैती इलाके की नाकेबंदी कर रखी थी। गुरुवार की रात करीब 10 बजे मेवली गांव के लोगों को एक महिला के घर में किसी व्यक्ति के छिपे होने की जानकारी मिली। गांव वालों ने जब घर में जाकर महिला से पूछा तो उसने मना कर दिया। शक होने पर कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
एडीजी की स्पेशल टीम भी गांव में पहुंच गई। एसएसपी बदायूं उघैती थाने की पुलिस भी वहां आ गई। इसी दौरान लोग महिला के घर में घुस गए। भीड़ को देखकर पुजारी ने भागने की कोशिश की। इसी दौरान ग्रामीणों और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसे शरण देने वाले युवक को भी पुलिस थाने लेकर आई है।
बता दें कि रविवार को उघैती क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली आंगनबाड़ी सहायिका धर्मस्थल में पूजा करने गई थीं। वहीं महंत सत्यनारायण, उसके साथी वेदराम व जसपाल ने महिला के साथ गैंगरेप किया। दरिंदे यहीं नहीं रुके, उन्होंने महिला के प्राइवेट पार्ट्स में भी लोहे की रॉड से चोट पहुंचाई। जिसके बाद अधिक खून बाह जाने से महिला की मौत हो गई थी। पुलिस ने घटना के बाद दो आरोपियों वेदराम व जसपाल को गिरफ्तार कर लिया था।
उत्तर प्रदेश
सीएम योगी ने की गोसेवा, भवानी और भोलू को खूब दुलारा
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान गोसेवा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा है। इसी क्रम में शनिवार सुबह भी उन्होंने मंदिर की गोशाला में समय बिताया और गोसेवा की। मुख्यमंत्री ने गोवंश को गुड़ खिलाया और गोशाला के कार्यकर्ताओं को देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए। गोसेवा के दौरान उन्होंने सितंबर माह में आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के दो गोवंश भवानी और भोलू को खूब दुलारा।
दक्षिण भारत से लाए गए गोवंश की इस जोड़ी (एक बछिया और एक बछड़ा) का नामकरण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही किया था। उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा है तो बछड़े का नाम भोलू। मुख्यमंत्री जब भी गोरखनाथ मंदिर प्रवास पर होते हैं, भवानी और भोलू का हाल जरूर जानते हैं। सीएम योगी के दुलार और स्नेह से भवानी और भोलू भी उनसे पूरी तरह अपनत्व भाव से जुड़ गए हैं। शनिवार को गोशाला में सभी गोवंश की सेवा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने भवानी और भोलू के साथ अतिरिक्त वक्त बिताया। उन्हें खूब दुलार कर, उनसे बातें कर, गुड़ और चारा खिलाया। सीएम योगी के स्नेह से ये गोवंश भाव विह्वल दिख रहे थे।
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