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किसान और व्यापारियों के लिए खुशखबरी : गेहूं, बादाम व अखरोट पर बढ़ा आयात शुल्क

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केंद्र सरकार ने गेहूं पर आयात शुल्क 20 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी कर दिया है। इसी के साथ ही साथ बादाम व अखरोट पर भी आयात शुल्क बढ़ा दिया है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड की ओर से बुधवार को यह अधिसूचना जारी की गई है। इस सूचना के बाद अभी तक जिन किसानों ने गेहूं,बादाम व अखरोट नहीं बेच है उन्हें हो सकता है कि और अच्छे दाम मिलें।

माना जा रहा है देश में इस बार गेहूं का रिकार्ड उत्पादन होने के कारण विदेश से गेहूं का आयात रोकने के मकसद से सरकार ने आयात शुल्क में बढ़ोतरी की है।

अखरोट आयात शुल्क

एक अलग अधिसूचना के जरिए बोर्ड ने अखरोट पर आयात शुल्क 30 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया है। इसके अलावा बादाम पर आयात शुल्क 65 रुपए प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 100 रुपए प्रति किलोग्राम कर दिया गया है।

बादाम आयात शुल्क

देश के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर अनाज मंडी के जींस कारोबारी अशोक अग्रवाल ने बताया कि गेहूं पर आयात शुल्क बढ़ने की खबर के बाद भाव में 30-35 रुपए की तेजी आई है। मिल क्वालिटी का गेहूं (सामान्य क्वालिटी) जहां दो दिन पहले 1570 रुपए प्रति कुंतल में पहले बिक रहा था, वह ग़ुरुवार को 1605 रुपए प्रति कुंतल हो गया। वहीं बेहतर क्वालिटी का गेहूं 1640 रुपए प्रति कुंतल पर बिक रहा था।

दिल्ली के लांरेंस रोड स्थित अनाज मंडी में भी गेहूं का भाव गुरुवार को 1760 रुपए से बढ़कर 1775 रुपए प्रति कुंतल हो गया। केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से पिछले दिनों जारी फसल वर्ष 2017-18 (जुलाई-जून) के तीसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार देश में इस साल गेहूं का उत्पादन रिकॉर्ड 986.1 लाख टन हो सकता है।

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की ओर से गुरुवार को ट्विटर हैंडल पर जारी गेहूं की सरकारी खरीद के आंकड़ों के अनुसार, केंद्र व राज्य सरकार की एजेंसियों ने देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक प्रदेशों में अब तक 337.39 लाख टन गेहूं खरीद लिया है।

व्यापारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में गेहूं का आयात तकरीबन 17 लाख टन हुआ था, जिसमें करीब दो लाख टन अभी तक बंदरगाहों पर पड़ा हुआ है। (इनपुट आईएएनएस)

प्रादेशिक

IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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