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Breaking news : जम्मू-कश्मीर में गठबंधन टूटा, भाजपा-पीडीपी की राहें हुई जुदा

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के साथ गठबंधन समाप्त कर दिया और पीडीपी की अगुवाई वाली जम्मू एवं कश्मीर सरकार से अलग हो गई। भाजपा नेता राम माधव ने मीडिया से कहा, “भाजपा गठबंधन सरकार में बने रहने में असमर्थ हो गई थी।”

भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि, राज्य में गठबंधन सरकार में बने रहना भाजपा के लिए मुनासिब नहीं रह गया था। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य में राज्यपाल शासन का समर्थन किया है।

माधव ने पत्रकारों से कहा , जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए और राज्य में मौजूदा स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हमने फैसला किया कि राज्य में शासन की बागडोर राज्यपाल को सौंपी जाए।

भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में पीडीपी गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही थी, लेकिन वह स्थिति को नियंत्रित करने में नाकाम रही।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ परामर्श करने के बाद यह फैसला लिया गया।

भाजपा नेता ने कहा, “भारत की अखंडता और सुरक्षा के व्यापक राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए..राज्य की मौजूदा स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए यह फैसला किया गया है। यह राज्य की सत्ता की बागडोर राज्यपाल (एन.एन.वोहरा) को सौंपने का समय है।”

उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद व कट्टरता में बढ़ोतरी हुई है। राम माधव ने कहा, “कश्मीर के लोगों के मूलभूत अधिकार खतरे में है। यहां तक कि प्रेस की आजादी व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में है।”

जम्‍मू-कश्‍मीर में भारतीय जनता पार्टी और पीपुल्‍स डेमोक्रेटिक पार्टी का तीन साल पुराना गठबंधन आखिरकार टूट गया है। 87 सीटों वाली जम्‍मू-कश्‍मीर विधानसभा में भाजपा के पास 25 सीट और पीडीपी के पास 28 सीटें हैं। महबूबा मुफ्ती ने अपना इस्‍तीफा राज्‍यपाल नरेंद्र नाथ वोहरा को सौंप दिया है।

जम्मू कश्मीर विधानसभा में सीट :-
पीडीपी- 28
भाजपा- 25
नेशनल कॉन्फ्रेंस- 15
कांग्रेस- 12
अन्य- 07
कुल सीटें 87

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाने का दावा नहीं पेश करेगी, क्योंकि उसके पास जनादेश नहीं है। उन्होंने कहा, “मैंने अभी राज्यपाल से मुलाकात की है। मैंने उनसे कहा कि एनसी के पास 2014 में जनादेश नहीं था और न ही 2018 में है।”

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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