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प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से रोजगार के अवसर बढ़े : मोदी

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के लाभार्थियों से बात की और कहा कि मुद्रा योजना से छह लाख रुपए का ऋण बंटा जा चुका है, और करीब 12 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिल चुका है। जिसमें 75 फीसद महिलाएं और युवा शामिल हैं। इस योजना ने साहूकारों और बिचौलिए के दुष्चक्र को तोड़ दिया है जो उद्यमियों के सपनों को अपने नियंत्रण में रखते थे। उन्होंने कहा, मुद्रा योजना से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।”

नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए मुद्रा योजना के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान मोदी ने कहा, “मुद्रा योजना ने साहूकारों और बिचौलिए के दुष्चक्र से राहत देकर उद्यमियों के हितों की सुरक्षा की है।”

उन्होंने कहा, “इस दुष्चक्र को तोड़ना जरूरी था और किसी को ऐसा करना चाहिए था। हमने ऐसा किया, हमने इसे तोड़ दिया।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुद्रा योजना से छह लाख रुपए का ऋण बंटा जा चुका है, और करीब 12 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिल चुका है। जिसमें 75 फीसद महिलाएं और युवा शामिल हैं।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को मोदी ने वर्ष 2015 में शुरू किया था। अब तक इससे 12 करोड़ उद्यमी लाभान्वित हो चुके हैं। मुद्रा योजना के तहत ऋण के लिए तीन श्रेणियां- शिशु, किशोर और तरुण बनाई गई हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना युवाओं, महिलाओं और व्यापार करने की इच्छा रखने वाले लोगों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि उनके पूर्ववर्तियों ने इसे शुरू करने की योजना नहीं बनाई क्योंकि उन लोगों ने वोट बैंक की राजनीति पर जोर दिया।

मोदी ने कहा, “हमने उन लोगों के लिए एक उत्पाद तैयार किया जो कुछ करना चाहते थे।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले लोगों को जान-पहचान या पहुंच नहीं होने के चलते ऋण नहीं मिल पाता था और उन्हें या तो इंतजार करना पड़ता था या रोजगार की तलाश में बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था। मोदी ने कहा, “मुद्रा योजना ने युवाओं, महिलाओं और जो अपना व्यापार शुरू करना चाहते या उस का विस्तार करना चाहते हैं, उनके लिए नए रास्ते खोल दिए हैं। मुद्रा योजना से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।”

मोदी ने कहा, “मुद्रा योजना ने गरीबों का जीवन बदल दिया है। इसने उन्हें आर्थिक, सामाजिक स्तर पर मजबूत बनाया है और उन्हें सफल होने के लिए मंच प्रदान किया है।”

उन्होंने कहा कि करीब 110 बैंकों के अलावा 7 माइक्रोफाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन (एमएफआई) और नौ नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (एनबीएफसीएस) हैं, जो आसान कागजी कार्रवाई के साथ ऋण दे रहे हैं। करीब 75 फीसदी ऋण महिलाओं और युवाओं को दिए जा रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्र में चार साल पूरे कर लेने के मौके पर इस संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। (इनपुट आईएएनएस)

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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