ऑफ़बीट
निपाह वायरस : चमगादड़ों को पूजने वाले इस गांव के लोग मांग रहे जान की खैर
पटना के वैशाली जिले का सरसई गांव चमगादड़ों की पूजा के लिए मशहूर था, लेकिन निपाह वायरस की वजह से आज ये गांव चमगादड़ों की वजह से डरा सहमा है। गांव के लोग पहले चमगादड़ों को शुभ मानकर उनकी पूजा करते थे। अब आलम ये है कि इनसे छुटकारा पाने के जतन कर रहे हैं। ग्रामीणों की इस मानसिकता में बदलाव महज पिछले कुछ दिनों के अंदर ही आया है।
हाल ही में चेन्नई में चमगादड़ों से आए निपाह वायरस के चपेट में आने से 13 लोगों की मौत हो गई थी। इस खबर के बाद यह गांव चमगादड़ों से इस कदर डरा हुआ है कि ग्रामीण अपने बच्चों को खेलने के लिए घर से बाहर जाने तक से मना कर रहे हैं। गांव के बच्चे 24 घंटे अभिवावकों की निगरानी में रह रहे हैं। उन्हें इस बात का डर सताने लगा है कहीं केरल के बाद बिहार में यह वायरस ना दस्तक दे दे।
निपाह वायरस की खबर लगातार फैलने के बाद गांव के सरपंच आमोद निराला ने ग्रामीणों को जागरूक करने का बीड़ा उठा रखा है। वे लोगों को समझा रहे हैं कि बच्चों को पेड़ से गिरा हुआ फल ना खाने दें। वो लोगों को ताड़ी पीने से भी मना कर रहे हैं। दरअसल ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में चमगादड़ सैकड़ों सालों से यहां के पेड़ों पर निवास कर रहे हैं।
पहले इन गांववालों की ऐसी मान्यता थी कि इन चमगादड़ों की वजह से इस गांव में कभी कोई गंभीर बीमारी नहीं फैली। अब ये इनसे अपनी ही जान की खैर मनाने लगे हैं।
क्या है निपाह
निपाह एक तरह का संक्रमण फैलाने वाला वायरस है। डब्लयूएचओ के मुताबिक इस वायरस का नैचुरल होस्ट फ्रूट बैट होता है। ये चमगादड़ों के मूत्र लार और शरीर से निकलने वाले द्रव्यों में होता है। केरल में निपाह वायरस से प्रभावित एक और व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। इसके साथ राज्य में इस खतरनाक विषाणु से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई।
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पकिस्तान के वो काले कानून जो आप जानकर हो जाएंगे हैरान
नई दिल्ली। दुनिया के हर देश में कई अजीबोगरीब कानून होते हैं जो लोगों को हैरान करते हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी कई अजीबोगरीब कानून हैं। इस मामले में पड़ोसी देश पहले नंबर पर है। ऐसे कानूनों की वजह से पाकिस्तान की दुनियाभर में आलोचना भी होती है। अभी कुछ महीने पहले ही एक कानून को लेकर उसकी खूब आलोचना हुई थी।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक अजीबोगरीब विधेयक का प्रस्ताव पेश किया गया था। यह विधेयक पड़ोसी देश के साथ ही दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गया था। इस बिल में कहा गया था कि 18 साल की उम्र होने पर लोगों की शादी को अनिवार्य कर देना चाहिए। इसके अलावा इस कानून को नहीं मानने वालों को सजा का भी प्रावधान है। पाकिस्तानी राजनेताओं का इसके पीछे तर्क है कि इससे सामाजिक बुराइयों और बच्चों से बलात्कार को रोकने में मदद मिलेगी। आईए जानते हैं पाकिस्तान के कुछ ऐसे ही अजीबोगरीब कानून के बारे में।
बिना इजाजत नहीं छू सकते हैं फोन
पाकिस्तान में बिना इजाजत किसी का फोन छूना गैरकानूनी माना जाता है। अगर कोई गलती से भी किसी दूसरे का फोन छूता है, तो उसे सजा का प्रावधान है। ऐसा करने वाले शख्स को 6 महीने जेल की सजा हो सकती है।
अंग्रेजी अनुवाद है गैरकानूनी
पाकिस्तान में आप कुछ शब्दों का अंग्रेजी अनुवाद नहीं कर सकते हैं। इन शब्दों का इंग्लिश ट्रांसलेशन करना गैरकानूनी माना जाता है। यह शब्द हैं अल्लाह, मस्जिद, रसूल या नबी। अगर कोई इनका अंग्रेजी अनुवाद करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होती है।
पढ़ाई की फीस पर लगता है टैक्स
पाकिस्तान में पढ़ाई करने पर टैक्स देना पड़ता है। अगर कोई छात्र पढ़ाई पर 2 लाख से अधिक खर्च करता है, तो उसको पांच प्रतिशत टैक्स देना पड़ता है। शायद इसी डर से पाकिस्तान में लोग कम पढ़ाई करते हैं।
लड़की के साथ रहने पर होती है कार्रवाई
अगर कोई लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे जेल की सजा होती है। यहां पर कोई किसी लड़की के साथ दोस्ती नहीं कर सकता है। पड़ोसी देश में कानून है कि शादी के पहले लड़का और लड़की एक साथ नहीं सकते हैं।
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