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निपाह वायरस को लेकर देश भर में अलर्ट, आप भी बरतें ये सावधानियां

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केरल में निपाह वायरस के प्रकोप को देखते हुए देश के अलग-अलग राज्‍यों की सरकारें सचेत हो गई हैं। तमाम राज्‍यों की सरकारों ने अपने नागरिकों को स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी एडवाइजरी जारी की हैं। इनमें उनसे जरूरी सावधानी रखने को कहा है।

इस परामर्श में बताया गया है कि निपाह वायरस के लक्षण हैं बुखार, सिरदर्द, उल्‍टी, बेहोशी वगैरह। अगर यह स्थिति 10 से 12 दिन रहे तो लोग बेहोश हो सकते हैं हालत गंभीर होने पर दिमागी बुखार से मरीज की मौत भी हो सकती है।

विस्‍तार से एडवाइजरी यहां पढ़ें :

    1. चमगादड़ और सुअर इस वायरस के मुख्‍य वाहक हैं। संक्रमित जानवरों के सीधे संपर्क में आने या इनके संपर्क में आई वस्‍तुओं के सेवन से निपाह वायरस का संक्रमण होता है।
    2. निपाह वायरस से संक्रमित इंसान भी संक्रमण को फैलाता है।
    3. इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं – अचानक बुखार होना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, मानसिक भ्रम का होना, उल्‍टी जैसा महसूस होना या उल्‍टी आना।
    4. निपाह वायरस मस्तिष्‍क ज्‍वर से भी जुड़ा है। इसमें मस्तिष्‍क में सूजन हो सकती है।
    5. निपाह वायरस से ग्रस्‍त मरीज 24 से 48 घंटे में कोमा में भी जा सकता है।
    6. मरीजों के नमूनों की जांच ELISA द्वारा NIV पुणे में की जाती है।
    7. निपाह वायरस के पॉजिटिव मरीजों की अच्‍छी तरह से देखभाल की जानी चाहिए। जरूरत पड़ने पर उन्‍हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ सकता है।

बचाव हेतु उपाय :

    1. चमगादड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतें।
    2. सुअर अथवा सुअर के संपर्क में रहने वाले लोगों से दूर रहें।
    3. गिरे हुए अथवा जानवरों के जूठे फल खाने से बचें।
    4. केरल से आने वाले फलों को अच्‍छी तरह से धोकर खाएं।
    5. केले, आम एवं खजूर को लेकर विशेष सतर्क रहें।
    6. प्रकोप कम होने तक ताड़ एवं खजूर के रस/ताड़ी/नीरा का सेवन न करें।
    7. यदि सब्जियों पर जानवरों के काटे का‍ निशान हो, तो उन्‍हें खरीदने से बचें।
    8. जब तक निपाह का प्रकोप कम न हो जाए, तब तक अच्‍छी तरह से पका हुआ, साफ-सुथरा एवं घर का बना हुआ खाना खाएं।
    9. अत्‍यधिक भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें एवं चेहरे पर मास्‍क लगाकर सफर करें।
    10. व्‍यक्तिगत स्‍वच्‍छता का ध्‍यान रखें। दिन में कई बार अच्‍छी तरह साबुन से हाथ धोएं।

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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