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इस मामले में तो इंसान को मात दे देता है वनमानुष!

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इंसान को हमेशा से जानवरों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है लेकिन वनमानुष के मामले में ऐसा नहीं है। अगर आपको लगता है कि मानव अन्य जीवों से अधिक साफ-सुथरा रहता है और ज्यादा साफ-सुथरे बिस्तर पर सोता है तो आप यह जान लें कि वनमानुष मानव से भी ज्यादा साफ-सुथरे बिस्तर पर सोता है। यह बात एक शोध में प्रकाश में आयी है।

शोध के अनुसार, मानव के बिस्तर की चादर और तोशक में उनके शरीर के जीवाणु कहीं पशुओं के आशियाने से ज्यादा होते हैं। शोध के प्रमुख लेखक व अमेरिका के कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के डाक्टोरल प्रोग्राम के छात्र मेगन थोएम्मेस ने कहा, “मानव के खुद के शरीर के करीब 35 फीसदी जीवाणु उनके बिस्तर में होते हैं जिनमें मल के अलावा मुंह और त्वचा के जीवाणु शामिल हैं।”

शोधार्थियों के मुताबिक, इसके विपरीत वनमानुष अपना बिस्तर रोज लगाता है जिसमें सूक्ष्म जीवों की विविधता होती है जोकि वृक्षों व पौधों के वातावरण का द्योतक होता है। यह शोध रॉयल सोसायटी ओपन साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

अध्ययन के लिए शोधार्थियों ने तंजानिया में वनमानुष के 41 बिस्तरों व आशियानों के नमूने इक_ा किए। थोएम्मेस ने बताया, “हमें वनमानुष के आशियाने में कोई संधिपाद सूक्ष्मजीव नहीं मिला। सिर्फ चार बाह्य परजीवी देखने को मिले और वह चार नमूने हैं न कि चार अलग-अगल जीव।”

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मध्य प्रदेश के शहडोल में अनोखे बच्चों ने लिया जन्म, देखकर उड़े लोगों के होश

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शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ऐसे बच्चों ने जन्म लिया है, जिनके 2 शरीर हैं लेकिन दिल एक ही है। बच्चों के जन्म के बाद से लोग हैरान भी हैं और इस बात की चिंता जता रहे हैं कि आने वाले समय में ये बच्चे कैसे सर्वाइव करेंगे।

क्या है पूरा मामला?

एमपी के शहडोल मेडिकल कालेज में 2 जिस्म लेकिन एक दिल वाले बच्चे पैदा हुए हैं। इन्हें जन्म देने वाली मां समेत परिवार के लोग परेशान हैं कि आने वाले समय में इन बच्चों का क्या भविष्य होगा। उन्हें समझ में ही नहीं आ रहा कि शरीर से एक दूसरे से जुड़े इन बच्चों का वह कैसे पालन-पोषण करेंगे।

परिजनों को बच्चों के स्वास्थ्य की भी चिंता है। बच्चों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। मेडिकल कालेज प्रबंधन द्वारा इन्हें रीवा या जबलपुर भेजने की तैयारी की जा रही है, जिससे इनका उचित उपचार हो सके। ऐसे बच्चों को सीमंस ट्विन्स भी कहा जाता है।

जानकारी के अनुसार, अनूपपुर जिले के कोतमा निवासी वर्षा जोगी और पति रवि जोगी को ये संतान हुई है। प्रेग्नेंसी के दर्द के बाद परिजनों द्वारा महिला को मेडिकल कालेज लाया गया था। शाम करीब 6 बजे प्रसूता का सीजर किया गया, जिसमें एक ऐसे जुडवा बच्चों ने जन्म लिया, जिनके जिस्म दो अलग अलग थे लेकिन दिल एक ही है, जो जुड़ा हुआ है।

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