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राष्ट्रपति ने की मुलायम व मायावती की तारीफ, योगी के कामकाज को भी सराहा

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लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज सोमवार को उप्र विधान मंडल दल की साझा बैठक को संबोधित करते हुए सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बसपा प्रमुख मायावती की तारीफ की। इस दौरान उन्होंने उप्र के गौरवशाली इतिहास से लेकर मौजूदा समय में योगी सरकार के कामकाज तक का जिक्र किया।

राष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश के विधानमंडल के इतिसाह को याद करते हुए कहा कि आजाद भारत में यूपी में ही पहली महिला मुख्यमंत्री का इतिहास रचा गया। बंगाल में जन्मीं और सिंधी परिवार में ब्याही गईं सुचिता कृपलानी राज्य की पहली मुख्यमंत्री बनीं। राष्ट्रपति ने कहा कि इतिहास के हर दौर में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य रहा है। संविधानसभा मंश भी सबसे अधिक प्रतिनिधि इसी राज्य से थे।

राष्ट्रपति ने पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव और मायावती के योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ”कहा, ”मुलायम सिंह यादव जी और बहन मायावती जी की भूमिकाएं भी उल्लेखनीय हैं, जिन्होंने वर्षों तक इस राज्य को कुशल नेतृत्व दिया और जिनका राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।” इस दौरान मंच पर सीएम योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे।

यूपी सरकार के कामकाज की तारीफ
यूपी के विकास की तारीफ करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं और पुरुषों के बीच वेतन का अंतर देश के अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी में कम है। मैं इस उपलब्धि के लिए यूपी सरकार को साधुवाद देता हूं।

खाद्यान उत्पादन में उत्तर प्रदेश का भारत में पहला स्थान है। आम, आलू, गन्ना और दूध के उत्पादन में भी यूपी का पहला स्थान है। हाल के वर्षों में राज्य में सड़कों के निर्माण में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। रेल और एयर कनेक्टिविटी में सुधार हो रहे हैं।

पीएम मोदी और सीएम योगी ने राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिरता की संस्कृति का निर्माण करते हुए विश्वास जगाया है कि निकट भविष्य में ही उत्तर प्रदेश द्वारा आर्थिक प्रगति के कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे।

यूपी ने देश को दिए 9 पीएम

राष्ट्रव्यापी ने यूपी से 9 सांसदों के प्रधानमंत्री बनने का जिक्र करते हुए कहा, ”राजनीति के संदर्भ में उत्तर प्रदेश के लिए इससे बढ़कर गर्व की बात क्या हो सकती है कि इस राज्य से लोकसभा के लिए निर्वाचित सांसदों में से 9 प्रधानमंत्रियों ने अब तक देश को नेतृत्व प्रदान किया। जवाहर लाल नेहरू के रूप में देश को पहला प्रधानमंत्री और इंदिरा गांधी के रूप में प्रथम महिला प्रधानमंत्री देने का गौरव भी उत्तर प्रदेश को ही जाता है।

आदर्शों पर आधारित राजनीति और जनसेवा के प्रतीक दो पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री और अटल बिहारी वाजपेयी भी यूपी से ही सांसद चुने जाते रहे। चौधरी चरण सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह और चंद्रशेखर जी ने सिद्धांतों पर आधारित राजनीति के प्रभावी उदाहरण प्रस्तुत किए गए।

राजीव गांधी भी उप्र से ही सांसद बने और पीएम चुने गए। लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी को अपने गृहनगर की तरह अपनाया। देश के साथ साथ यूपी के चहुमुंखी विकास को आयाम दिए।’

लोहिया और दीनदयाल से सीखना होगा
राष्ट्रपति ने कहा कि अपनी विचारधाराओं और नैतिक आदर्शों से यूपी नहीं बल्कि पूरे देश के राजनीतिक और समाजिक सोच पर अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले डॉ. राममनोहर लोहिया और दीनदयाल उपाध्याय यूपी की ऐसी विभूतियां रहे हैं, जिनके जीवन चरित्र से सभी जनप्रतिनिधियों को बहुत कुछ सीखना होगा। दोनों महान विभूतियों ने अपनी विचारधारा से यूपी ही नहीं बल्कि व्यापक स्तर पर राजनीतिक संस्कृति को भी परिभाषित किया।

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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